हुकूमत ने वक़्फ़ बोर्ड के स्पेशल ऑफीसर के जायज़ा लेने में रुकावट पैदा करने और वक़्फ़ बोर्ड में हड़ताल पर सख़्त कार्रवाई करते हुए दो ओहदेदारों समेत चार मुलाज़िमीन को मुअत्तल कर दिया है।
इस सिलसिले में चीफ़ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर वक़्फ़ बोर्ड मुहम्मद असद उल्लाह ने अहकामात जारी किए। मुअत्तल किए गए अफ़राद में सुलतान मुहीउद्दीन ला ऑफीसर सलीम बाशाह डिप्टी सेक्रेटरी सनाउल्लाह सीनीयर अस्सिटेंट और सय्यद हुसैन ला ऑफीसर शामिल हैं।
ये चारों वक़्फ़ बोर्ड की एम्प्लाइज यूनियनों से ताल्लुक़ रखते हैं। वाज़िह रहे के तनख़्वाहों के मसला मुलाज़िमीन ने कल वक़्फ़ बोर्ड में अचानक हड़ताल की थी। उन्होंने हज हाउज़ की बर्क़ी मुनक़ते करदी और तमाम अक़लियती इदारों की कारकर्दगी को ठप कर दिया था।
हुकूमत और आला ओहदेदारों के ख़िलाफ़ बदतमीज़ी की हुकूमत को शिकायत मिली।हुकूमत के अहकामात के बाद मुहम्मद जलालुद्दीन अकबर जब वक़्फ़ बोर्ड में स्पेशल ऑफीसर के ओहदे का जायज़ा लेने पहुंचे तो मज़कूरा अफ़राद की क़ियादत में मुलाज़िमीन ने उन्हें रोक दिया।
बताया जाता हैके जलालुद्दीन अकबर और चीफ़ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर असद उल्लाह के साथ बेहस-ओ-तकरार की गई। आख़िर कार पुलिस को तलब करना पड़ा। हुकूमत नीतफ़सीली रिपोर्ट हासिल करने के बाद ख़ाती अफ़राद को मुअत्तल करने की हिदायत दी।