रियासती वक़्फ़ बोर्ड के मुलाज़मीन को तनख़्वाहों की अदाएगी का मसअला आख़िरकार हल हो चुका है। वक़्फ़ बोर्ड में स्पेशल ऑफीसर की अदम मौजूदगी के बाइस मुलाज़मीन को जून की तनख़्वाह की अदाएगी तात्तुल का शिकार हो गई है।
क्यूंकि स्पेशल ऑफीसर को तनख़्वाहों की इजराई के सिलसिला में दस्तख़त का अख़्तियार है जबकि चीफ एग्ज़ीक्यूटिव ऑफीसर को सिर्फ़ एक लाख रुपये तक की मंज़ूरी का हक़ हासिल है।
18 जून से स्पेशल ऑफीसर वक़्फ़ बोर्ड का ओहदा ख़ाली है। लिहाज़ा बोर्ड में मुलाज़मीन की तनख़्वाहों के लिए ज़रूरी कार्रवाई करने वाले ओहदेदार की कमी ने मुलाज़मीन में तशवीश पैदा करदी थी।
ये फाईल आज दोपहर मुताल्लिक़ा बैंक रवाना की गई और तवक़्क़ो है कि जुमेरात को मुलाज़मीन की तनख़्वाहें उन के बैंक अकाउंट में मुंतक़िल हो जाएंगी। जनाब अहमद नदीम की ख़ुसूसी दिलचस्पी से इस मसअले की बरवक़्त यक्सूई पर मुलाज़मीन ने इतमीनान की सांस ली है।