जमशेदपुर 5 जून : मोमिन लीडर जावेद अख्तर अंसारी ने एक बयान जारी करके रियासती वक्फ़ बोर्ड के निकम्मेपन पर अफ़्सोश का इज़हार किया है।मिस्टर अंसारी ने कहा के रियासत के गवर्नर डॉक्टर सैयद अहमद अकलियतों के मसायल के सरबाब के लिए हकीकी मानों में न सिर्फ फिक्रमंद हैं बलके इसके लिए उन्होंने एक्दाम भी शुरू कर दिए हैं।
सहचर कमेटी की सिफारिश के नफाज़, हज हौस की तामीर के लिए फण्ड का अजरा और मुआयना मुद्दत तक तामीरी काम मुकमिल कर लेने के एह्कमात, उर्दू एकादमी की तशकील के लिए उनकी फिक्रमंदी इस का वाजेह साबुत है। अवाम के मसायल की जानकारी और उस के सर्बाब के लिए उन्होंने अवाम के लिए गवर्नर हौस का दरवाजा खोल दिया है। लेकिन इतने सारे गवर्नर के हौसला अफजाई अक्दमात के बावजूद आखिर कौन सी रुकावट वक्फ़ बोर्ड के चेयरमैन फहीम इकबाल के सामने आ रही है के वो गवर्नर से मुलाक़ात की हिम्मत तक नहीं कर पा रहे हैं।
मोमिन रहनुमा के इस बात पर हैरत का इज़हार करते हुए कहा के वफ़ बोर्ड अब तक रियासत में मौजूद वक्फ़ जायदादों की तफसील तक हासिल नहीं कर पाया है। फिर वो वक्फ़ जायदाद की हिफाजत और उनसे मुसलमानों की बेहतरी के एक्दाम कैसे कर सकता है। उन्होंने कहा के गवर्नर ने कहा के गवर्नर के अकलियतों के मुताल्लिक एहकाम के लिए कौम उनकी मश्कुरे और यकीन रखती है के उससे मुसबत नातायिज़ बरआमद होंगे।
गवर्नर चाहते हैं के अवाम अपने मसायल ले कर उनके पास आयें ताके बेहतरी की सूरत निकाली जा सके।ऐसे में वक्फ़ बोर्ड के चेयरमैन को गवर्नर से मुलाक़ात करके अपने मसायल उनके सामने रखने चाहिए। ऐसी हर मुमकिन कोशिश पर पूरी कौम उनके साथ होगी।इसके साथ ही उन्होंने गवर्नर से अपील की के वक्फ़ बोर्ड जायदाद के तहफ्फुज़, दूसरों के कब्जे से वागुजारी और वक्फ बोर्ड को फआल बनाने के लिए थोड़ी तवज्जह दें ताके दबी कुचली अकलियत का फलाह हो सके।