वक्फ बोर्ड के नाम से जारी खत फर्जी

अंजुमन इस्लामिया को बदनाम करने के लिए जाली आरटीआइ से मिली खत को लोगों के बीच तक़सीम किया गया था। यह बातें पीर को अंजुमन प्लाजा अहाते में मुनक्कीद प्रेस कोन्फ्रेंस में अंजुमन इस्लामिया के सदर इबरार अहमद ने कही।

उन्होंने कहा, झारखंड रियासत सुन्नी वक्फ बोर्ड ने अंजुमन इस्लामिया के जेनरल सेक्रेटरी को इत्तिला किया है कि वक्फ बोर्ड से आरटीआइ से मुतल्लिक़ कोई दरख्वास्त खत हासिल नहीं हुआ है और ना ही आरटीआई से मुतल्लिक़ कोई जवाब इशू किया गया है। कहा, वक्फ बोर्ड के नाम से जारी खत जाली है। अंजुमन इस्लामिया, रांची से दुश्मनी रखनेवाले कुछ गैर समाजी अनासिर की यह हरकत है। ऐसे गैर समाजी लोगों से रांची के सीधे-साधे लोगों को अलर्ट रहने की जरूरत है। कहा, अंजुमन के इंतिख़ाब में हारनेवाले कुछ लोग एक ग्रुप बनाकर अंजुमन को बदनाम करने की हमेशा कोशिश करते रहे हैं। अंजुमन के सदर ने कहा कि अंजुमन इस्लामिया 1917 से मुसलमानों का सामाजिक अदारा है। अदारा मुसलमानों की तरक़्क़ी के लिए काम करता है। वक्फ बोर्ड से मंजूरी हो या न हो, अंजुमन आवाम के मुफाद में काम करते रहेगी। मौके पर अंजुमन के जेनरल सेक्रेटरी मोख्तार अहमद, मो. सज्जाद, शाहिद अख्तर, हाजी मो. नवाब, मो. जमीउल्लाह, मो. गयासुद्दीन मुन्ना भाई, मो. जाहिद, मो. तनवी, मो. सलाउद्दीन मौजूद थे।