वज़ारत-ए-दाख़िला ने केजरीवाल के इरादों पर लगाए ब्रेक‌

अरविंद केजरीवाल ने राम लीला मैदान में ओहदे और राज़दारी की हल्फ़ तो ली ही है| एसेंबली का सेशन भी यहीं पर‌ कराना चाहते थे| कम से कम एतिमाद के वोट के दिन वो ऐवान के इजलास यहां कराने के हक़ में थे, लेकिन वज़ारत ने उन्हें ऐसा करने की इजाज़त नहीं दी|

सेक्रेटरिएट में हफ़्ता को केजरीवाल की सदारत में हुई काबीना की मीटिंग में एसेंबली का नया सेशन बुलाने के मुआमले पर ग़ौर कीया| ज़राए के मुताबिक़, वज़ीर-ए-आला राम लीला मैदान में ही एतिमाद का वोट हासिल करना चाहते थे, लेकिन हुक्काम ने जब इस मुआमले में वज़ारत-ए-दाख़िला के हुक्काम से बात की तो उन्हें सख़्त हिदायात मिली कि एसेंबली के इजलास हर हाल में ऐवान में ही होनी चाहिए और एतिमाद का वोट भी वहीं हासिल किया जाना चाहिए|

सरकारी ज़राए ने बताया कि एसेंबली का नया सेशन 1 जनवरी से 7 जनवरी तक का होगा| पहले दिन मैंबरान एसेंबली को हल्फ़ दिलाया जाएगा| 2 जनवरी को हुकूमत एतिमाद का वोट हासिल करेगी| 3 जनवरी को एसेंबली के सदर और नायब सदर का इंतिख़ाब होगा| 4 और 5 जनवरी को छुट्टी रहेगी| 6 जनवरी को गवरनर‌ नजीब जंग एसेंबली से ख़िताब करेंगे| 7 जनवरी को गवरनर‌ के तकरीर‌ पर शुक्रिया की तहरीक पर बहस के साथ ही सेशन ख़त्म हो जाएगा|

आरज़ी सदर की सदारत में हुकूमत के एतिमाद का वोट हासिल करने को लेकर पूछे जाने पर एसेंबली के हुक्काम ने कहा कि इस मुआमले में पीर को सूरत-ए-हाल और वाज़िह होगी|