वज़ीरे आज़म स्टूडेंट के सवालात का जवाब देना ज़रूरी नहीं समझते: राहुल

आसाम 05 मार्च: कांग्रेस के नायब सदर राहुल गांधी ने पार्लीमेंट में तक़रीर के दौरान हैदराबाद यूनीवर्सिटी के मुतवफ़्फ़ी स्टूडेंट रोहित और जयएनयू स्टूडेंट तंज़ीम के सदर कन्हैया कुमार का नाम ना लिए जाने पर तन्क़ीद की है। राहुल गांधी ने यहां आसाम में पार्टी की एक रैली से ख़िताब करते हुए कहा कि पार्लीमेंट में नरेंद्र मोदी ने रोहित या कन्हैया कुमार के लिए एक स्टूडेंट को भी वक़्त नहीं दिया।

वज़ीर-ए-आज़म शायद ये समझते हैं कि हिन्दुस्तान जो सवालात कर रहा है इस के जवाब देना उन के लिए ज़रूरी नहीं है।
वज़ीर-ए-आज़म इस पर एक लफ़्ज़ तक नहीं कह सकते। वो ये भी नहीं कह सकते कि उन्हें अफ़सोस है कि रोहित ने ख़ुदकुशी की है।

राहुल गांधी ने कहा कि हैदराबाद यूनीवर्सिटी में रोहित को ख़ुदकुशी पर मजबूर कर दिया गया क्युंकि दिल्ली में एक वज़ारत ने उनकी यूनीवर्सिटी को मकतूब रवाना किया था। उन्होंने कहा कि दिल्ली में एक वज़ारत से हैदराबाद में यूनीवर्सिटी को एक मकतूब रवाना किया गया था वो ही ग़लत हुआ। उन्होंने कहा कि सारे मुल्क का बोझ एक स्टूडेंट के कंधों पर लाद दिया गया था और उसने ख़ुदकुशी करली।

ये बहुत अफ़सोस की बात है। ये वाज़िह करते हुए कि आरएसएस की तरफ से अपने नज़रियात को स्टूडेंट पर मुसल्लत किया जा रहा है राहुल गांधी ने कहा कि रोहित मिसाल है कि मुल्क में क्या कुछ हो रहा है। हमारे कॉलेजस और यूनीवर्सिटीज़ में हमारे नौजवानों को ख़ौफ़ का शिकार किया जा रहा है। एक नज़रिये को मुसल्लत करने की कोशिश की जार ही है जो आरएसएस का नज़रिया है।