वज़ीर आज़म मनमोहन सिंह का आज से चार रोज़ा दौरा इरान

(आमिर अली खान ) वज़ीर आज़म हिंदूस्तान डाक्टर मनमोहन सिंह कल चार रोज़ा दौरा पर यहां पहूंचने वाले हैं। वो जुमेरात को ना वाबस्ता तहरीक की चोटी कान्फ़्रैंस में शिरकत करेंगे । इस से क़ब्ल वो इरान की आला क़ियादत बशमोल रुहानी रहनुमा आयत उल्लाह अली ख़ामना ई से भी मुलाक़ात करेंगे ।

वो अमरीकी एतराज़ात को ख़ातिर में लाए बगैर ये बात चीत करेंगे । डाक्टर सिंह इस चोटी कान्फ़्रैंस के मौक़ा पर दीगर ममालिक के क़ाइदीन बशमोल सदर-ए-पाकिस्तान आसिफ़ अली ज़रदारी और वज़ीर आज़म बंगला देश शेख हसीना से भी बात चीत करेंगे ।

हिंदूस्तान और इरान के माबेन मुलाक़ात से क़बल हिंदूस्तान ये वाज़ेह कर चुका है कि अमन-ओ-सलामती के मौज़ूआत इंतिहाई अहमियत के हामिल हैं और तेहरान के साथ इन मसाइल को रुजू किया जाएगा। मोतमिद ख़ारिजा मिस्टर रंजन मथाई ने नई दिल्ली में कहा कि अमन-ओ-सलामती यक़ीनी तौर पर हमारे लिए काबिल तरजीह हैं ।

ये मसाइल सारे जुनूबी एशियाई इलाक़ा ख़लीजी ख़ित्ता और खास तौर पर हिंदूस्तानी मईशत के लिए भी अहमियत के हामिल हैं । ये तेल की दर आमदात होँ यह हमारी बरामदात हूँ इन में भी अहमियत के हामिल हैं । इस लिए हम अपनी तशवीश को तरजीह देते हैं।

डाक्टर मनमोहन सिंह की इरानी रहनुमा आयत उल्लाह ख़ामना ई और सदर महमूद अहमदी नज़ाद के साथ मुलाक़ात अहमियत की हामिल होगी कियों के ये ऐसे वक़्त में हो रही है जबकि अमरीका मुसलसल हिंदूस्तान पर दबाव डाल रहा है कि इरान के साथ ताल्लुक़ात को कम से कम किया जाय

और कुछ ममालिक ने इस के न्यूकलीयर प्रोग्राम के बाइस इस पर जो तहदीदात (पाबंदी) आइद की हैं उन पर अमल आवरी की जाय । तेहरान में ना वाबस्ता चोटी कान्फ़्रैंस के इनइक़ाद को मग़रिबी ममालिक हालाँकि ज़्यादा अहमियत देने तय्यार नहीं हैं लेकिन तेहरान इस इनइक़ाद को एक अहम सिफ़ारती कामयाबी समझता है ।

इरान के वज़ीर ख़ारिजा मिस्टर अली अकबर सालही ने कल चोटी कान्फ़्रैंस के माहिरीन के इजलास में अपने इफ़्तिताही ख़िताब के दौरान कहा था कि इस ग्रुप को कुछ ममालिक की जानिब से ना वाबस्ता अरकान पर आइद किए जाने वाले यकतरफ़ा मआशी तहदीदात (पाबंदी) का संजीदगी से जायज़ा लेना चाहीए ।

इरान पर अमरीका और दीगर मग़रिबी ममालिक की जानिब से कई तहदीदात (पाबंदी) आइद की गई हैं और इस पर इल्ज़ाम आइद किया गया है कि वो एक खु़फ़ीया न्यूकलीयर हथियार प्रोग्राम जारी रखे हुए है ।

इरान ताहम इस इल्ज़ाम की तरदीद करता है और इस का इद्दिआ(दावा) है कि इस का न्यूकलीयर प्रोग्राम पुरअमन मक़ासिद के लिए है। इरानी क़ियादत के साथ मनमोहन सिंह की मुशावरत अहमियत की हामिल है कियों के हिंदूस्तान ने ही आयत उल्लाह ख़ामना ई के साथ मुलाक़ात की ख़ाहिश ज़ाहिर की थी ।

इस चोटी कान्फ़्रैंस में इलाक़ाई सलामती सूरत-ए-हालके इलावा तिजारती और मआशी तआवुन( मदद)पर भी तफ़सीली तबादला ख़्याल का इमकान है ।