1995 में साबिक़ा मुलायम सिंह यादव हुकूमत ने उर्दू को रोज़ी रोटी से जोड़ने के लिए रियासत में तक़रीबन 3.30 हज़ार उर्दू मित्र जमीन और तक़रीबन इतनी तादाद में उर्दू मित्र जमीन की ना तो तक़र्रुर हुई और उर्दू असातिज़ा भर्ती हुई। 1995 में भी वज़ीर-ए-आला मुलायम सिंह यादव के सेक्रेट्रेट में एक भी उर्दू मुतर्जिम को नहीं रखा गया।
महबान उर्दू के मुत्तहदा तंज़ीमों ने वज़ीर-ए-आला अखिलेश यादव से उर्दू मित्रम और उर्दू असातिज़ा की तक़र्रुरी का मुतालिबा किया है।