वजीरे आजम ने की दुमका में “मुद्रा योजना” की शुरुआत

दुमका : वजीरे आजम नरेन्द्र मोदी ने दुमका में “मुद्रा योजना” की शुरुआत की। मंसूबा के इफ़्तिताह के बाद कहा झारखंड अब तरक़्क़ी की राह पकड़ चुका है। लोगों का हुकूमत पर यकीन बढ़ा है। वर्ल्ड बैंक ने भी झारखंड की तारीफ की है। झारखंड अब 29 वें मुकाम से उछलकर तीसरे मुकाम पर पहुंच गया है। यह झारखंड के रहने वालों और यहां की हुकूमत के लिए गौर की बात है। यहां हर गरीब की मुझे फिक्र है। मुद्रा योजना से संतालपरगना के लोगों को महाजनी से आज़ादी मिलेगी जुमा को वजीरे आजम ने तकरीबन आधे दिन झारखंड में बिताए।

महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को याद करते हुए उनकी राह पर चलने के लिए लोगों को कहा । कहा कि गरीबों की खिदमत के लिए गांधी से बड़ा कोई नाम नहीं हो सकता। मैने गरीबी देखी है, इसलिए मुझे गरीबों पर यकीन है कि वे जब पैसा कमाएंगे तो बैंक को पाई-पाई लौटा देंगे। इस दौरान मोदी ने लोगों को गैस कनेक्शन दिया।

वजीरे आजम दोपहर एक बजे दुमका पहुंचे। वजीरे आला रघुवर दास, गवर्नर द्रोपदी मुर्मू, मरकज़ी पेट्रोलियम व रसायन वज़ीर (आज़ाद इंचार्ज) धर्मेन्द्र प्रधान, एमपी निशिकांत दुबे, साबिक़ वजीरे आला अर्जुन मुंडा वगैरह ने उनका इस्तकबाल किया। वजीरे आजम ने चार गरीब ख़वातीन अकीमन बीबी, सरिता, पानी मरांडी और अमोती गोराई को गैस कनेक्शन दिया। इसके बाद उन्होंने मलूटी के मंदिरों के तहफ्फुज व तरक़्क़ी का ऑनलाइन इफ़्तिताह किया।

वजीरे आजम जुमा को सबसे पहले सुबह 10.30 बजे दिल्ली से रांची होते हुए खूंटी पहुंचे। खूंटी में सिविल कोर्ट में पहला सोलर पावर प्लान का इफ़्तिताह कर वजीरे आजम ने कहा कि कोयले के भंडार से भरे झारखंड ने दुनिया को पैगाम दिया है कि इंसानी बोहबुद के लिए सोलर पावर के रास्ते पर चल पड़ा है। उन्होंने खूंटी के सिविल कोर्ट में सवा दो करोड़ लागत से बने 180 किलोवाट कैपेसिटी का सोलर पावर प्लांट का इफ़्तिताह करने के बाद बड़ा इजलास को खिताब कर रहे थे। खूंटी में जुमा का दिन यादगार बन गया।

खूंटी कचहरी मैदान में मुनक्कीद तकरीब में वजीरे आजम ने कहा कि आज झारखंड नया तारीख रचने जा रहा है। खूंटी जिला अदालत सोलर पावर से चलने वाला मुल्क का पहला अदालत बन गया है। तकरीब में गोवर्नर द्रौपदी मुर्मू, वजीरे आला रघुवर दास, झारखंड हाइ कोर्ट के चीफ़ जस्टिस जस्टिस वीरेंदर सिंह, जस्टिस डीएन पटेल, मरकज़ी देही रियसती वज़ीर सुदर्शन भगत, देही तरक़्क़ी वज़ीर नीलकंठ सिंह मुंडा, एमपी कडि़या मुंडा, रामटहल चौधरी और चीफ़ सेक्रेटरी राजीव गौबा मौजूद थे।