भागलपुर : वजीरे आजम मोदी ने मंगल को बिहार के भागलपुर में इंतिखाबी इजलास की। भाजपा की परिवर्तन रैली में तकरीर देते हुए उन्होंने पैकेज को लेकर शुरू हुई सियासत को और हवा दी। साथ ही, नीतीश की स्वाभिमान रैली को ‘बलाएताक़ इजलास’ कह दिया। जवाब में जेडी(यू) ने पीएम की इजलास को भाजपा की खिराजे तहसीन इजलास कह कर निशाना साधा।
मोदी ने 30 अगस्त को पटना के गांधी मैदान में हुई जेडी(यू)-आरजेडी-कांग्रेस की स्वाभिमान रैली के बहाने निशाना साधा। उन्होंने कहा, ”दो दिन पहले पटना के गांधी मैदान में एक ‘बलाएताक़ इजलास’ हुई। इजलास में राम मनोहर लोहिया जी को बलाएताक़ दे दी गई। उस इजलास में जयप्रकाश नारायण जी को बलाएताक़ दी गई। उस इजलास में कर्पूरी ठाकुर जी को खिराजे तहसीन दी गई। राम मनोहर लोहिया और उनके सारे चेले चपाटे ज़िंदगी भर कांग्रेस के खिलाफ लड़ते रहे। लेकिन उन्हीं के चेले इक्तिदार की लालच के लिए राम मनोहर लोहिया जी को छोड़ कर परसों गांधी मैदान में उन लोगों के साथ बैठे थे जिनका राम मनोहर लोहिया जी ने ज़िंदगी भर मुखालिफत किया। इस रैली में चेलों ने जेपी, लोहिया जैसे लीडरों को बलाए ताक़ दे दी। इसीलिए मैं इसे बलाए ताक़ इजलास कहता हूं। अब आप इसे इंतिख़ाब में बटन दबा कर बलाए ताक़ दें।” बता दें कि स्वाभिमान रैली में नीतीश कुमार, लालू प्रसाद के अलावा कांग्रेस प्रेसिडेंट सोनिया गांधी भी पहुंची थीं।
मोदी की इजलास खत्म होते ही जेडी(यू) तर्जुमान के.सी. त्यागी ने कहा कि वजीरे आजम खिराजे तहसीन इजलास कर गए हैं। अब उन्हें बिहार में भाजपा को खिराजे तहसीन देने का मौका नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा – मोदी सीएम को ज़ाती खुन्नस के चलते हराना चाहते हैं। मुल्क के किसी पीएम ने किसी भी रियासत के वजीरे आला के साथ ऐसा नहीं किया। बीजेपी की भागलपुर की इजलास ‘खिराजे तहसीन इजलास’ थी। यहां वे अब नहीं जीतेंगे।