वजीरे आला बनने पर पहली बार दुमका पहुंचे हेमंत, बोले कोई नहीं रहेगा बेज़मीन

वजीरे आला बनने के बाद पहली बार दुमका पहुंचे हेमंत सोरेन ने कहा : उनकी तरजीह रियासत में खुशहाली लानी और फैले मसायल को दूर करनी है। चाइलेंज कई हैं, लेकिन उसका हल ढूंढ़ा जायेगा। सियासत दान सिर्फ इन चुनौतियों को दूर नहीं कर सकते, आवाम को भी साथ देना होगा। राजभवन में सहफ़ियों से बातचीत में सीएम ने कहा : संताल परगना के साथ-साथ रियासत के पांचों डिवीजन की इलाकाई ज़रूरियात के मुताबिक मंसूबा बनायी जायेंगी और तरजीहयात का ताईन कर उसे शकल दी जाएगी। संताल परगना की तरह ही गढ़वा-पलामू जैसे जिले भी हैं, जहां तरक़्क़ी नहीं हो पाया है। हुकूमत सख्त पॉलिसी और मुश्तरका प्रोग्राम के तहत काम करेगी। तरक़्क़ी का कोई काम रुकेगा नहीं, हुकूमत यह भी यक़ीनी करायेगी। वक़्त के साथ ऐसी मंसूबों का असर दिखेगा। दुमका में बदहाल सेहत निज़ाम पर मिस्टर सोरेन ने कहा : हुकूमत पूरे रियासत की निज़ाम पर तजवीज पहल करेगी।

खाली ओहदे पर जल्द होंगी तकर्रुरियां

सीएम ने कहा : रियासत में मुखतलिफ़ ओहदे पर जल्द बहाली होगी। इसके लिए हुकूमत ने तमाम महकमा से खाली ओहदे के बाबत रिपोर्ट देने को कहा है। बेरोजगार नौजवानों को रोजगार फराहम कराने की सिम्त में जल्द ही अमल शुरू होगी।

नक्सलवाद क़ौमी चाइलेंज

सीएम हेमंत सोरेन ने कहा : नक्सलवाद क़ौमी मसायल है। ज़्यादातर रियासत इससे मुतासीर हैं। दूर दराज़ गांवों तक तरक़्क़ी नहीं पहुंचा है। नेज़ाम में कमी रही है। ऐसी नेज़ाम को हम ठीक करेंगे। गांवों तक तरक़्क़ी की रोशनी पहुंचाकर और बेरोजगार नौजवानों के लिए रोजगार के अवसर पैदा कर ही हम इस मसायल से उबर सकते हैं।