वजीर के बोल‌, नशे के बगै़र मौसीक़ी तक़रीब क्या

गोवा के वज़ीर सयाहत दिलीप पारुलेकर का कहना है कि मौसीक़ी तक़रीब से लुत्फ़ अंदोज़ शराब या मंश्शियात के बगै़र नहीं किया जा सकता है| पारुलेकर ने यहां हफ़्ता रात एक मौके पर सहाफियों से कहाकि मौसीक़ी से मोहब्बत करने वालों को लगता है कि सनबर्न जैसे संगीतमय का लुत्फ़ शराब या मंश्शियात के बगै़र नहीं किया जा सकता है| हम उन्हें लुत्फ़ अंदोज़ करने से रोक नहीं सकते|

वज़ीर के इस बयान से कुछ घंटे पहले ही एक शख़्स को सनबर्न तक़रीब में चरस फ़रोख्त करते हुए गिरफ़्तार किया गया था| रक़्स और मौसीक़ी का तक़रीब इन दिनों गोवा में चल रहा है| गोवा में नशीले माद्दा की फ़रोख्त पर पारुलेकर ने कहा कि मैं जानता हूँ कि यहां पाबंदी है, लेकिन हर किसी पर कंट्रोल करना मुश्किल है| मैं पूरी दुनिया घूम चुका हूँ| हर जगह नशीली अदवियात खुले आम दस्तयाब हैं| गोवा ऐसा रियायत नहीं हो सकता|

इस से पहले इसी माह वज़ीर-ए-आला मनोहर परुलेकर ने दावा किया था कि अगर आर्गेनाईज़र तक़रीबात को मंश्शियात से पाक रखने में नाकाम रहे तो वो इन महाफ़िल मौसीक़ी पर शिकंजा कसेंगे|