हैदराबाद (सियासत न्यूज़ ) फ़लक नुमा के इलाक़ा बीबी का चशमा में एक नौजवान पर अचानक फायरिंग से इलाके में सनसनी फैल गई ।
तफ़सीलात के मुताबिक 25 साला मुहम्मद मंसूर उर्फ़ मक़सूद जो शाह अली बंडा के रहने वाले थें क़ाज़ी पूरा अपने दोस्त हबीब मुहम्मद के साथ आज सह पहर 3.30 बजे सी बी ज़ी मोटर साईकल AP-12J-3584 पर फ़लक नुमा बीबी का चशमा से गुज़र रहा था कि अचानक मोटर साईकल सवार दो ना मालूम लोगों ने मंसूर पर इंतिहाई क़रीब से सर पर गोली मार दी ।
सुत्रो ने बताया कि पुलिस ने शुरुआती जांच में इस वाक़िये के पिछे 1900 गज़ जमीन का झगडा होने का शुबा ज़ाहिर करते हुए दो हमलावरों की निशानदेही की है जिन के नाम इब्राहीम और अलीम बताए जाते हैं। पुलिस को शुबा हैकि अबूबकर के क़तल का बदला लेने मंसूर पर देसी बंदूक़ से फायरिंग की गई है ।
इस वाक़िये में मंसूर ज़ख़मी होगया और उसे हबीब मुहम्मद ने मलकपेट यशोधा हस्पताल पहुंचाया गया । फायरिंग के बाद पुराने शहर में सनसनी फैल गई और खबर मिलते ही डी सी पी साउथ ज़ोन डाक्टर अकोन सभरवाल इन्सपेक्टर फ़लक नुमा मिस्टर हुसैनी नायडू मौक़ा वारदात पर पहुंच गए और खौज लगाने वाली क्लोज़ टीम को तलब कर लिया ।
मौक़ा-ए-वारदात पर पुलिस ने मंसूर के ख़ून के निशान पाए और उसे क्लोज़ टीम के माहिरीन ने इकट्ठा कर लिए । मंसूर की हालत बहुत नाजुक बताई जाती है और उसे आज रात निज़ाम इंस्टीटयूट आफ़ मैडीकल साईंस भेज दिया जहां इस का ऑप्रेशन किया गया क्योंकि गोली इस के सर में फंसी हुई थी ।
बताया जाता है कि ज़ख़मी मंसूर ने 9 अगस्त 2011 में अपने चचाज़ाद भाई अबूबकर का क़तल किया था और पुलिस ने उसे गिरफ़्तार कर के जेल भी भेजा था । ज़राए ने बताया कि मंसूर और रिश्तेदारों के दरमयान क़ाज़ी पूरा में मौजुद जमिन के बारे में झगडा चल रहा था और पिछ्ले साल इस झगडे के बाइस आपसी झगड़े हुए थे जिसे ख़ानदान के बुज़ुर्ग लोगों ने झगडा खत्म करने की कोशिश की थी ।
इस झगडे के सबब अबूबकर ने अपने चचा मुहम्मद इद्रीस से झगड़ा किया था और उन पर हमला की कोशिश की थी । इस हरकत के बाद ब्रहम मंसूर उर्फ़ मक़सूद और दुसरे साथीयों ने मुबय्यना तौर पर अबूबकर पर आहनी सलाखों और लाठियों से हमला कर के क़तल कर दिया था ।
पुलिस ने हमलावारों की गिरफ़्तारी के लिए ख़ुसूसी(विशेष) टीम बनाइ है और जल्द उन्हें गिरफ़्तार कर लिए जाने की उम्मीद है । डी सी पी डाक्टर अकोन सभरवाल ने बताया कि इस हमले में मंसूर बहुत जयादा ज़ख़मी होगए हैं । उन्हें हमलावारों से मुताल्लिक़ अहम तफ़सीलात हासिल हुई हैं।