वडोदरा के ज़िलई ओहदेदारों ने आज कहा कि राहत रसानी कार्यवाईयों के लिए ज़िला वडोदरा के ताल्लुक़ा कर जान के देहातों में फ़ौज की ख़िदमात हासिल करली गई हैं। फ़ौज, क़ौमी आफ़ात-ए-समावी, जवाबी कार्रवाई फ़ोर्स और वडोदरा बलदिया का फ़ायर ब्रिगेड मुतास्सिरा देहातों में राहत रसानी के लिए तायनात कर दिया गया है।
114 देहातों के 25 हज़ार मुतास्सिरा अफ़राद महफ़ूज़ मुक़ामात को मुंतक़िल करदिए गए हैं जहां उन्हें ग़िज़ा और पीने का पानी सरबराह किया जा रहा है। कर जान, मयागाम, डाभोई, पाडरा, सनखीड़ा और पावजीत पर बदतरीन मुतास्सिरा हैं जहां सख़्त चौकसी इख़तियार करली गई है।
तीन पलों पर से दरयाए विश्वा मित्री का पानी बह रहा है जिसकी वजह से उन पर नक़ल-ओ-हरकत मस्दूद होगई है। दरिया का पानी कई मुक़ामात पर ख़तरे का निशान पार कर गया है। डिप्टी म्यूनसिंपल कमिशनर वडोदरा बलदिया सी ऐम मालवा ना ने कहा कि वडोदरा का सेलाब मुनफ़रद नौईयत का नहीं है। जारीया साल मामूल से ज़्यादा बारिश के नतीजे में हिन्दुस्तान का तक़रीबन एक तिहाई हिस्सा सेलाब से मुतास्सिर है।