वबा फैला कर रहेगी एटूजेड

रांची 2 जुलाई : शहर की साफ-सफाई का काम ठप है। गली, मुहल्ले से लेकर अहम सड़कों पर भी जगह-जगह कचरे का अंबार लगा हुआ है। कूड़े के उठाव के लिए लोग एटूजेड के टोल फ्री नंबर पर शिकायत दर्ज करा कर थक गये हैं। वहां से उन्हें कोरा यकीन ही मिलता है। कॉर्पोरेशन के हुक्काम देख कर भी बेपरवाह बने हुए है। इनकी बेपरवाही से शहर की 12 लाख की आबादी कूड़े की फज्ला के गंध के दरमियान रहने को मजबूर हैं।

ऐसी है दारुल हकुमत की सफाई निजाम

शहर की अहम सड़कों पर दो दिन में एक बार कचरे का उठाव हो रहा है। गली मुहल्ले की नालियों की सफाई गुजिस्ता महीने भर से नहीं हुई है। बारिश में नाले का पानी सड़कों पर बहने लगता है। नाले के कचरे से उठती गंध से लोगों की जिंदगी दूभर हो गया है। मुकामी लोगों का इलज़ाम है कि इस बरसात में अगर नालियों की सफाई नहीं हुई तो शहर में महामारी फैलने की खदशा है।

12 लाख आबादी, सफाई करनेवाले महज़ 500

शहर की साफ-सफाई को लेकर एटूजेड कंपनी की लापरवाही वाजेह है। शहर की आबादी 12 लाख से ऊपर है जबकि सफाई मुलाज्मिन की तादाद सिर्फ 500 है। औसत एक मुलाजिम पर 2400 अफराद का कूड़ा उठाने की जिम्मेवारी है।

बंद हो गया है डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन

शहर के ज़्यादातर इलाकों में डोर टू डोर कूड़ा जमा बाकायदा नहीं हो पा रहा है। अलबर्ट कंपाउंड, थड़पखना, इस्ट जेल रोड, कृष्णापुरी चुटिया, मकचुंद टोली, इसलाम नगर, आजाद बस्ती, कर्बला टैंक रोड, काली स्थान रोड, मधुकम, खादगढ़ा, इंद्रपुरी, आदर्श नगर कोकर, तिरिल बस्ती, बड़गांई, अपर बाजार, मैकी रोड, हातमा बस्ती, गांधीनगर बस्ती व भीठा में एक हफ्ते से कूड़ा नहीं उठाया गया है।