वरिष्ठ शिया धर्मगुरु के ख़िलाफ़ आले ख़लीफ़ा शासन का तुग़लकी फ़रमान

बहरीन : अहमद अल-दोसरी ने कहा है कि गैर कानूनी तौर से पैसा जमा करने और ब्लैक मनी को व्हाईट करने को लेकर शेख़ ईसा क़ासिम के ख़िलाफ़ लगे इल्ज़ाम का ख़ुम्स या धार्मिक दान से कोई लेना देना नहीं है। आले ख़लीफ़ा शासन के वकील दोसरी का कहना था कि अगर मुल्ज़िम अदालत में हाज़िर नहीं होते हैं, तो भी अदालत अपना फ़ैसला सुना देगी।
उन्होंने कहा कि आरोपी की गैर हाजिर में सुनाया जाने वाला अदालत का फ़ैसला उसी तरह से मंजूर होगा, जिस तरह से उनकी हाजिर में सुनाया जाने वाला फ़ैसला मंजूर होता।
उल्लेखनीय है कि आले ख़लीफ़ा शासन ने बहरैन के सबसे वरिष्ठ शिया धर्मगुरु शेख़ ईसा क़ासिम के ख़िलाफ़ निराधार आरोप लगाकर उनकी नागरिकता छीन ली है।