वरिष्ठ सपा नेता अंबिका चौधरी ने साईकिल छोड़ी, अब हाथी उनकी पसंद।

शम्स तबरेज़, ब्यूरो रिपोर्ट
लखनऊ: मुलायम सिंह के अत्यन्त करीबी माने जाने वाले पूर्व केन्द्रीय मंत्री और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अंबिका चौधरी ने सबको चौकाते हुए साईकिल को छोड़कर हाथी की सवारी करने निकल पड़े हैं। आज बसपा सुप्रीमों मायावती ने अंबिका चौधरी को पार्टी की सदस्यता दी। बसपा शामिल होने के बाद अंबिका चौधरी ने समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी मुसलमानों और दलितों की फिक्र करने के बजाय पारिवारिक झगड़े में उलझी है। जब मुखिया की ही कोई नहीं सुनता उनकी क्या हैसियत है।
अंबिका चौधरी और मुख्यमंंत्री अखिलेश यादव से एक दूसरे के विरोधी रहे हैं। शनिवार को समाजवादी पार्टी की जारी लिस्ट में अखिलेश ने अंबिका चौधरी का नाम भी काट दिया था। इससे पहले अखिलेश ने अंबिका को मंत्री पद से दिया था। उन्होने कहा कि ‘मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने पिता के साथ पिछले दो महीने में जो किया वह अच्छा नहीं था। वहां यह सब नौटंकी के पीछे का उद्देश्य ही कुछ और था। हम बसपा में शामिल हो रहे हैं, ताकि उप्र में 2017 में सांप्रदायिक ताकतों को सत्ता में आने से रोका जा सके।’
उन्होंने कहा कि वह मुलायम और शिवपाल यादव दोनों के करीब थे, लेकिन समाजवादी पार्टी में जो कुछ हुआ, वह अच्छा नहीं था। समाजवादी अपनी राह से भटक गए हैं। सीएम अखिलेश की ओर इशारा करते हुए चौधरी ने कहा कि जब एक बेटा अपने पिता के साथ इस तरह का बर्ताव करता है तो इसके बाद और कुछ कहने को क्या बचता है? अंबिका चौधरी अपनी परम्परागत सीट बलिया जिले के फेफना से चुनाव लड़ेंगे।