रियासत में आला तालीम की तरक़्क़ी के लिए वर्ल्ड बैंक से 2500 करोड़ मिल सकते हैं। यह रकम लोन के तौर में होगी और बेहद कम दो फीसद ब्याज शरह पर मिलेगी। इसे लेकर वर्ल्ड बैंक की एक टीम ने तालीम महकमा के प्रिन्सिपल सेक्रेटरी समेत दीगर अफसरों के साथ पीर को बैठक की। इस दौरान वर्ल्ड बैंक की टीम ने एक पर्जेंटेशन भी दी। उसमें आला तालीम की तरक़्क़ी और बुनियादी इनफ्रास्ट्रक्चर को लाइन अप किया गया था।
वर्ल्ड बैंक की टीम ने लोन मुहैया कराने को लेकर पॉज़िटिव जवाब दिया है, लेकिन आखरी मंजूरी के बाद ही साफ हो पाएगा कि कितने रुपए मिलेंगे। वर्ल्ड बैंक से मिलने वाले लोन को हासिल करने के लिए रियासती हुकूमत को कुल रकम का 30 फीसद देना होगा। यह फंड रूसा (क़ौमी आला तालीम मुहिम) के तहत मिलने वाली रकम के अलावा होगी। रूसा के तहत जितनी रकम मिलनी है, उसमें मगध यूनिवर्सिटी जैसे बड़े यूनिवर्सिटी का भी समुलियत तरक़्क़ी नहीं हो सकता है।
इस वजह से रियासती हुकूमत वर्ल्ड बैंक से इजाफ़ी मदद लेने की कवायद कर रही है। गौरतलब है कि इससे पहले मध्य प्रदेश को आला तालीम की तरक़्क़ी के लिए वर्ल्ड बैंक तकरीबन 2600 करोड़ मुहैया करा चुका है। बैठक में वर्ल्ड बैंक की तरफ से तालीम एक्सपर्ट कर्ट लार्सन और सौमी, तालीम महकमा के प्रिन्सिपल सेक्रेटरी आरके महाजन, खुसुसि सेक्रेटरी एचआर श्रीनिवास, डॉ. सरिता सिंह वगैरह मौजूद थे।