वस्त फरवरी से चार घंटे बर्क़ी कटौती का मंसूबा?

अब जबकि मौसिम-ए-गर्मा का आग़ाज़ हुने वाला है शहर में बर्क़ी की क़िल्लत का मसला शुरू होचुका है। वैसे तो कुल हिंद सनअती नुमाइश की वजह से शहर में मुख़्तलिफ़ वक़्तों में ग़ैर मालना बर्क़ी कटौती का सिलसिला जारी है लेकिन अब हुक्काम की तरफ से बाज़ाबता और मालना तौर पर बर्क़ी कटौती का सिलसिला शुरू किया जाने वाला है। ज़राए के बमूजब इस बार माह फरवरी से ही शहरीयों को बर्क़ी कटौती बर्दाश्त करनी पड़ सकती है और वस्त फरवरी से ही यौमिया चार घंटे बर्क़ी कटौती का मंसूबा तैयार करलिया गया है।

सुबह के औक़ात में दो घंटे तक बर्क़ी कटौती होगी और शाम के औक़ात में दो घंटे की कटौती होगी । रियासत में बर्क़ी क़िल्लत की सूरत-ए-हाल का पिछ्ले साल ही से आग़ाज़ हुआ था और सनअती यूनिटों और घरेलू सारिफ़ीन सब को इस का सामना करना है।