नई दिल्ली: मर्कज़ी विज़ारते फ़रोग़ इंसानी वसाइल ने वाइस चांसलर विश्वा भारती यूनीवर्सिटी शशानता दत्ता गुप्ता को वजह नुमाई नोटिस जारी करते हुए इंतेज़ामी और मालीयाती बे क़ाईदगियों के इल्ज़ामात पर वज़ाहत तलब की है जिस की निशानदेही विज़ारत की जानिब से क़ायम करदा 3 रुकनी कमेटी ने की है।
मर्कज़ी विज़ारत HRD के ओहदेदारों ने बताया कि दत्ता गुप्ता को वज़ाहत पेश करने के लिये 21 दिन की मोहलत दी गई बसूरत दीगर उन के ख़िलाफ़ तादीबी कार्रवाई की जाएगी। सदर जम्हूरीया जो कि सैंटर्ल यूनीवर्सिटीज़ के वीज़िटर हैं। वाइस चांसलर को हटा देने के लिये जनरल क्लासस एक्ट के दफ़ा 16 का इस्तेमाल करसकते हैं।
मर्कज़ी विज़ारत ने दत्ता गुप्ता को नोटिस वजह नुमाई जारी करने के लिये गुज़िशता हफ़्ते सदर जम्हूरीया से मंज़ूरी हासिल करली थी। माह फरवरी में साबिक़ जज इलहाबाद हाईकोर्ट जस्टिस शखराम सिंह यादव की ज़ेरे क़ियादत 3 रुकनी कमेटी ने वाइस चांसलर दत्ता गुप्ता के ख़िलाफ़ मुख़्तलिफ़ शिकायात बिशमोल फंड्स के बेजा इस्तेमाल की तहकीकात की थी वाइस चांसलर पर इख़्तेयारात ना होने के बावजूद कई एक गैरकानूनी तक़र्रुत बिशमोल कंट्रोल आफ़ एक्ज़ेमिनेशन के तक़र्रुर का इल्ज़ाम है जब कि विश्वा भारती से तनख़्वाह और जवाहर लाल नहरू यूनीवर्सिटी से वज़ीफ़ा हासिल करने का भी इल्ज़ाम है जिस के बाइस असातिज़ा और तलबा-ए-ने उन्हें हटा देने का मुतालिबा किया है।