कोल्कता: बीजेपी को लोकसभा चुनाव में जिस तरह की कामयाबी मिली थी उसके बाद ऐसा लगा था मानो अब इनकी सरकार कई और प्रदेशों में भी बनेगी लेकिन केंद्र सरकार के खराब परफॉरमेंस और बेहद निराशाजनक क़ानून और बढ़ते हुए असंतोष से परेशान लोगों ने बीजेपी की सरकार ना तो दिल्ली-केंद्र शासित प्रदेश में बनने दी और ना ही बिहार जैसे मज़बूत प्रदेश में, असल में इन जगहों पर बीजेपी की हार नहीं हुई बल्कि बीजेपी लगभग नेस्तनाबूद हो गयी. ऐसे हालात में जबकि हर तरफ से हवा आपके ख़िलाफ़ हो तो आप अपने अन्दर कुछ मज़बूती लाते हैं लेकिन पश्चिम बंगाल में जिस तरह की स्थिति सामने आई है उससे लगता है अब बीजेपी के लिए बंगाल या दुसरे छेत्रों में अच्छा करना महज़ एक सुनहरे सपने की भांति है.
पिछले दिनों हावडा में जो बीजेपी कार्यालय में मार-पीट हुई है वो 1907 में कांग्रेस के सूरत बंटवारे से कम नहीं है. आपस में कार्यकर्ताओं ने कुर्सियां-मेज़ें और हर एक चीज़ का इस्तेमाल हथ्यार की तरह किया, इतना ही नहीं ये तस्वीरें फेसबुक पर इस तरह से छायी हुई हैं मानो लोगों ने फ़ैसला कर लिया है कि बीजेपी की सारी पोल खोल दी जायेगी.
ऐसे हालात में अगर बीजेपी चुनाव में जीत का सपना देख रही है तो ये वाक़ई हास्यास्पद है.