वायेट पेपर मुशावरत(परामर्श) के बाद फैसला : चौहान‌

चीफ मिनिस्टर महाराष्ट्रा मिस्टर पृथ्वी राज चावान ने आज कहा कि रियासत के आबपाशी(सिंचाई) महिकमा के प्राजेक्टस पर वायेट पेपर जारी करने का फैसला एन सी पी के सदर मिस्टर शरद पवार मर्कज़ी वज़ीर(केंद्रीय मंत्री ) मिस्टर पराफूल पटेल और ख़ुद मिस्टर अजीत पवार से मुशावरत(परामर्श)के बाद ही किया गया था ।

मिस्टर चावान ने अख़बारी नुमाइंदों से बात चीत करते हुए कहा कि मिस्टर शरद पवार मिस्टर पराफूल पटेल और अजीत पवार के साथ इस मसले पर बात चीत हुई थी इस के बाद ही वायेट पेपर का फैसला किया गया था । मिस्टर अजीत पवार ने इल्ज़ाम आइद किया था कि इस ताल्लुक़(संबंध‌) से फैसला करते हुए उन से मुशावरत(परामर्श) नहीं की गई थी ।

चीफ मिनिस्टर मिस्टर चावान ने कहा कि इस मसले पर सर आम कोई तबसरा(टिप्पणी) करना इन केलिए मुनासिब नहीं होगा । चीफ मिनिस्टर ने मिस्टर अजीत पवार के इस इल्ज़ाम पर भी कोई तबसरा(टिप्पणी) करने से इनकार कर दिया जिस में उन्हों ने कहा कि इन ( अजीत ) के ख़िलाफ़ आइद करदा इल्ज़ामात दर असल कोयला अस्क़ाम से अवाम की तवज्जु मबज़ूल करने की कोशिश है ।

वाज़िह रहे कि महाराष्ट्रा हुकूमत की तरफ‌ से आबपाशी प्राजेक्टस में बे क़ाईदगियों पर वायेट पेपर जारी करने के फैसले पर ब्रहमी का इज़हार करते हुए अजीत पवार ने डिप्टी चीफ मिनिस्टर के ओहदा से अस्तीफ़ा पेश कर दिया था और उन्हों ने चीफ मिनिस्टर पर उम्दा उन को निशाना बनाने और सरकारी काम काज में उन्हें हिस्सादार बनाने से गुरेज़ का इल्ज़ाम आइद किया था । शरद पवार की सिफ़ारिश पर अजीत पवार का अस्तीफ़ा मंज़ूर किया जा चुका है ।