बी जे पी की इलेक्शन कमेटी के इजलास में हफ़्ते को पार्टी के दो सीनियर लीडरों के दरमियान इख़तिलाफ़ात उभरकर सामने आ गये। वाराणसी सीट को लेकर बी जे पी की इलेक्शन कमेटी की मीटिंग में पार्टी के सीनीयर लीडर मुरली मनोहर जोशी और पार्टी सदर राजनाथ सिंह के दरमियान काफ़ी बहस हो गई। बहस के दौरान सुषमा स्वराज ने भी अपनी नाराज़गी को पार्टी प्लेटफार्म पर टिकट और इत्तिहाद अमल पर सवाल उठाए।
बहस में जोशी ने राजनाथ से कहा कि पार्टी को वाराणसी सीट को लेकर हालत साफ़ कर देनी चाहिए क्योंकि मीडिया और इलाक़े में उस को लेकर काफ़ी बेवजह की बहस हो रही है। बहस में राजनाथ ने जोशी को कोई यक़ीन दहानी नहीं दी। इस पर जोशी इजलास दरमियान में छोड़कर ग़ुस्से में बाहर निकल गए।
इजलास में सुषमा स्वराज ने भी सीट तक़सीम को लेकर पार्टी के रुख़ की तन्क़ीद करते हुए कहा कि अगर मुल्क में मोदी लहर है तो तमाम अपनी अपनी सीट से क्यों नहीं लड़ते है। पार्टी में इस पर इतना कन्फ़्यूज़न क्यों है। उनके बारे में भी ख़बर है कि वो भी इजलास दरमियान में छोड़कर चली गई।
मीडिया में इजलास में हंगामे की ख़बर आने पर पार्टी लीडरान ने इसे कांग्रेस की साज़िश बताया है। इन का कहना है कि कांग्रेस जानबूझ कर ऐसी ख़बरें फैला रही है।
टिकट फ़ेहरिस्त को जारी करने के लिए मुनाक़िद प्रेस कान्फ़्रेंस में बी जे पी के सेक्रेटरी जनरल ने बातों बातों में मान लिया कि जोशी और सुषमा इजलास में दरमियान में चले गए थे . मर्कज़ी इलैक्शन कमेटी की मीटिंग के दरमयान ही सुषमा स्वराज और मुरली मनोहर जोशी के चले जाने के बारे में पूछे गए सवालात पर अनंत कुमार ने कहा कि लोक सभा में अप्पोज़ीशन की लीडर को भोपाल जाना था और जोशी को भी किसी पहले से मुक़र्रर काम के लिए जाना पड़ा।