शहर के 5000 ज़ईफ पेंशनधारियों की पेंशन पर रोक लगा दी गयी है। एसडीओ अमित कुमार ने यह रोक लगायी है। अनुमंडल दफ्तर की तरफ से शहर के 55 वार्डो में पेंशन पानेवाले ज़ईफ का जिस्मानी तसदीक़ कराया गया। इस दौरान 10 हजार पेंशनधारी ही मिल पाये। जिन्हें पहले से पेंशन दी जा रही थी। जिस्मानी तसदीक़ का काम चल रहा है। साबिक़ में 15000 ज़ईफ को पेंशन मिल रही थी।
जिस्मानी तसदीक़ के बाद 5000 पेंशनधारियों ने जिस्मानी तसदीक़ नहीं कराया है और न ही अनुमंडल दफ्तर में दस्तावेज ही जमा किया है। तसदीक़ के दौरान जो लोग नहीं आये थे, उन्हें नोटिस भी जारी किया गया था। इसके बावजूद नहीं आये। माह जुलाई 2013 में तसदीक़ का काम शुरू हुआ था।
दस्तावेज का तसदीक़ करा सकते हैं
जो ज़ईफ चलने के काबिल हैं, उनके खानदान का कोई भी मेम्बर पेंशनधारी की असल कॉपी के साथ दफ्तर में आकर जिस्मानी तसदीक़ करा सकते हैं। डसदिक करानेवाले मेम्बर को भी ज़ईफ के खानदान के मेम्बर होने का सुबूत देना होगा।
जिस्मानी तसदीक़ का काम जारी
जिस्मानी तसदीक़ के बाद जो लोग नहीं आये हैं, उनकी पेंशन पर रोक लगायी गयी है। हालांकि, जिस्मानी तसदीक़ का कार्य जारी है। तसदीक़ के दौरान जिनके दस्तावेज सही पाये जा रहे हैं, उन्हें बकाये के साथ पेंशन दी जा रही है। “अमित कुमार, एसडीओ, रांची”
क्या-क्या दस्तावेज देने होंगे
पेंशन बुक
बैंक खाता पास बुक
आधार कार्ड या वोटर आइडी
इसके अलावा दीगर कोई भी आइ कार्ड