श्रीनगर: सदर पीडीपी महबूबा मुफ़्ती आज पहली बार किसी अवामी तक़रीब में अपने वालिद मुफ़्ती मुहम्मद सईद की मौत के बाद शरीक नज़र आएं। महबूबा मुफ़्ती जो स्याह लिबास में मलबूस थीं और अपने रिवायती लंबा उबादा पहनी हुई थीं। यौमे जम्हुरिया तक़रीब में शरीक हुईं।
महबूबा मुफ़्ती अपनी क़ियामगाह गपकार पर 7जनवरी से मौजूद थीं। सिर्फ दो बार 10 और 15 जनवरी को अपनी क़ियामगाह से बाहर आई थीं और दोनों मर्तबा अपने वालिद की क़ब्र पर फ़ातिहा-ख़्वानी के बाद वापसी हो गई थीं। नेशनल कान्फ़्रेंस के सदर उमर अब्दुल्लाह पीडीपी के रुकन काउंसिल नदीम अख़तर और अरकाने असेम्बली आसीया नक़्श और अंजुम फ़ाज़ली जो महबूबा मुफ़्ती के क़रीबी दोस्त हैं इस तक़रीब में उनके हमराह मौजूद थे|