फहीम खान का साला टुन्ना खान को नामालूम हमलावारों ने गोली मार दी। जुमेरात की रात टुन्ना नमाज अदा करने नीचे मुहल्ला मस्जिद जा रहे थे। वासेपुर नवी नगर के पास हमलावरों ने उन पर दो गोलियां दागीं। आनन-फानन में उन्हें सेंट्रल अस्पताल लाया गया, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। कत्ल के पीछे जमीन तनजे सामने आ रहे है। पुलिस की जांच की सूई फहीम के एक रिश्तेदार के इर्द-गिर्द ही घुम रही है।
जुमेरात की रात साढ़े आठ बजे टुन्ना खान नवी नगर होते हुए नीचे मुहल्ला वाकेय मस्जिद जा रहे थे। वहां पहले से ही घात लगाए हमलावारों ने उन पर दो गाली दागीं। एक गोली गर्दन की नली को छेदते हुए निकल गई, जबकि दूसरी गोली उनके बाएं बांह में लगी। गोली लगने के बाद वह वहीं एक नाली में गिर गए। गोली की आवाज सुनते ही लोग उनकी तरफ लपके।
मौके पर अफरा-तफरी मच गई है। दो नौजवानों ने उन्हें बाइक पर बिठाकर फौरन सेंट्रल अस्पताल लाया। सेंट्रल अस्पताल में डॉक्टरों ने डेढ़ घंटे तक उसे बचाने की कड़ी मशक्कत की। दो गोलियों के जख्म से ज़्यादा खून बह जाने की वजह से करीब रात सवा दस बजे टुन्ना ने दम तोड़ दिया। वकीय की इत्तिला मिलते ही वासेपुर से सैकड़ों लोग सेंट्रल हॉस्पिटल पहुंच गए।
डीएसपी लॉ एंड आर्डर अमित कुमार सेंट्रल अस्पताल में कैंप कर रहे हैं। उनके साथ बैंकमोड़ इंस्पेक्टर अलीमुद्दीन खान, थानेदार अशोक कुमार सिंह और सरायढेला थानेदार रेणु गुप्ता वगैरह भी थे। मारने वाला भी फहीम का करीबी ही है। हालांकि फिलहाल इस पर कोई खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। पुलिस अहले खाना से बयान लेने में जुटी है।
कत्ल के पीछे जमीन तनाज़ा सामने आ रहा है। दबी जुबान से घर वाले जो बता रहे हैं उसके मुताबिक कत्ल करने वाला करीबी ही है। पुलिस तहक़ीक़ात में जुटी है। अहले खाना के बयान से वाजेह हो जाएगी।
हेमंत टोप्पो, एसपी, धनबाद