वास्तव पर यक़ीन करके इस के सहारे हुकूमतों को नहीं चलाये जाता, हर वो शख़्स जो वास्तव का जानने वाला या इलम रखने वाला होता है वो अपने हिसाब से रुख़ बदल बदल कर अपने तरीका-ए-कार पर चलने की राए देता है।
साबिक़ एम पी पूनम प्रभाकर ने पदापली में मुनाक़िदा प्रेस कांफ्रेंस में अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए इन ख़्यालात का इज़हार किया।
उन्होंने डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर-ओ-वज़ीर-ए-सेहत राजिया की बरतरफ़ी को टी आर एसका अंदरूनी मुआमला बताते हुए कहा कि कोई इल्ज़ाम साबित हुए बगै़र डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर को बरतरफ़ कर दिया गया और फिर उन्हें चंद माह बाद वज़ारत में शामिल करने का यकीन् दिया जा है।