वाह रे सरकार! सोती रही पुलिस और चोरी हो गई जीप

लखनऊ: जब से योगी आदित्यनाथ यूपी के सीएम बने है तब से सरकारी अधिकारियों में भय व्याप्त होने का दावा ज़ोर—शोर से किया जा रहा है लेकिन सच्चाई कुछ और ही सरकारी डाक्टरों पर सख्ती के बाद जब डाक्टरों ने इस्तीफा देना शुरू किया तब भी राज्य में ये खबर फैलाई गई कि जो लोग योगी के राज में कामचोरी कर रहे है वो अब नौकरी छोड़ दे। पुलिस की अगर बात की जाए तो पुलिस वालों को प्रेमी—प्रेमिका के बीच कबाब में हड्डी बनने से ही फुरसत नहीं। पुलिस ने जब लफंगों को पकड़ने का काम शुरू किया तो राज्य के लोगों के दिल में ये बात भी धीरे—धीरे यकीन में बदलने लगी कि पुलिस वाले भी काम करते हैं वरना जनता को पुलिस की वर्दी में दिनदहाड़े रिश्वत ही नज़र आती थी।
पुलिस की ड्यूटी का एक और नमूना सामने आया है जिसे सुनकर हर कोई कहेगा कि वाह रे पुलिस!
लखनऊ के ग़ाज़ीपुर थाने के सामने खड़ी अचानक चोरी हो गई। जीप कोई ऐसी वैसी नहीं बल्कि जीप सरकारी थी वो ​पुलिस की। जब पुलिस की जीप चोरी होने की खबर मिली तो थाने में हड़कंप मच गया। इंस्पेक्टर दीपक की सरकारी जीप मंगलवार रात गाजीपुर थाने के बाहर खड़ी थी। जानकारी के मुताबिक, ड्राइवर नरेंद्र ने रात करीब 10:30 बजे जीप खड़ी की, लेकिन चाबी नहीं निकाली। रात करीब 12 बजे नजर पड़ी तो जीप नहीं दिखी। आनन-फानन में पुलिसकर्मियों ने जीप ढूंढ़नी शुरू की, वायरलेस मेसेज किया। जीप में लगे वायरलेस की लास्ट लोकेशन ट्रैक की। पुलिसवाले चाहते थे कि चोरी की सूचना फैलने से पहले जीप बरामद कर ली जाए। खैर जैसे तैसे पुलिस तो मिल गई लेकिन सवाल अब भी ​बरकार है। दरोगा साहब आप चोर के पीछे थे चोर आपके पीछे?