चैक जम्हूरिया की टेनिस स्टार पेट्रा क्विटवा ने कहा कि दूसरी मर्तबा विंबलडन ख़िताब जीतना एक ऐसा एहसास है और इस में जो लुत्फ़ आरहा है वो आलमी नंबर एक बनने पर महसूस नहीं किया जा सकता है।
क्विटवा ने तीन साल तक कोई अहम ख़िताब ना जीतने के बावजूद शानदार वापसी करते हुए सिकेण्ड ग्रांड सलाम टाइटल में कामयाबी हासिल की। उन्होंने कनेडा की उभरती उज्जैन बोचारड को कल फाईनल में 6-3 , 6-0 से हरा दिया था। 24 साला क्विटवा ने 2011 में पहला विंबलडन ख़िताब जीता था और इस के बाद से उन्हें काफ़ी मुश्किल हालात का सामना करना पड़ा।
उन्होंने इस अर्सा के दौरान कोई अहम मुक़ाबला भी नहीं जीता था, ताहम ग्रांड सलाम ख़िताब दूसरी मर्तबा जीत कर पेट्रा क्विटवा ने ना सिर्फ़ शानदार वापसी की बल्कि आइन्दा हफ़्ता आलमी दर्जा बंदी में वो चौथे मुक़ाम पर पहुंच जाऐंगे, जब उनसे पूछा गया कि क्या वो सरीना विलियम्स की जगह नंबर एक पोज़ीशन पर नज़र रखे हुए हैं तो उन्होंने कहा कि दूसरी ग्रांड सलाम जीतने का उनका तवील इंतिज़ार अब ख़त्म हुआ है और यही उनके लिए काफ़ी है।
यक़ीनन नंबर एक मुक़ाम सब की ख़ाहिश होती है लेकिन मुस्तक़बिल में जो कुछ होगा, देखा जाएगा। फ़िलहाल वो ग्रांड सलाम जीत कर बेहद ख़ुश हैं।