विकास नहीं हिंदुत्व के अजेंडे पर काम करने के लिए मिली थी मोदी को कुर्सी: राणा आयूब

कोलकाता: गुजरात के विकास मॉडल को निहायत ही घटिया और घोर पूंजीवादी बताते हुए मशहूर पत्रकार और लेखिका राणा आयूब ने अपनी किताब के लांच कार्यक्रम के दौरान कहा है कि नरेंद्र मोदी को विकास के लिए नहीं बल्कि हिंदुत्व का झंडा फहराने के लिए कुर्सी पर बैठाया गया था।

राणा की किताब जो कि गुजरात दंगों को के सच को नंगा करने का दावा करती है में ऐसे कई कारनामों के खुलासे किये गए हैं जिनकी आवाज़ राजनितिक पार्टियों के कार्यालयों से बाहर तक कभी नहीं आती और अगर कुछ बाहर आता है तो वो है लोगों के चीखने, कटने, घरों के जलने और सांप्रदायिक नारों की आवाज़।

ऐसा नहीं है कि राणा ने सिर्फ बीजेपी को ही निशाना बना सिर्फ इसी पार्टी की बात की है। राजनीति खेल ही ऐसा है कि कोई भी खिलाड़ी साफ़ कपड़ों में नहीं है। हर दामन पर दाग है और ऐसे ही दागी दामन वाले खिलाड़ी कांग्रेस में भी हैं। कांग्रेस के बारे में राणा का कहना है कि वो भी कोई दूध धुली पार्टी नहीं है। 1992-93 मुंबई दंगों के लिए कांग्रेस ज़िम्मेदार थी।