हैदराबाद। 20 अक्तूबर (सियासत न्यूज़) टी आर उसकी रुकन पार्लीमैंट विजए शांति की बी जे पी क़ाइद ईल के अडवानी से मुलाक़ात ने पार्टी हलक़ों में एक नई बेहस छेड़ दी है। बताया जाता है कि विजए शांति ने अपने तौर पर फ़ैसला करते हुए ईल के अडवानी से मुलाक़ात की और इस सिलसिले में उन्हों ने पार्टी सदर चन्द्र शेखर राॶ से कोई मुशावरत नहीं की। ईल के अडवानी की रथ यात्रा आज जब मीदक पहूँची तो विजए शांति ने इन से मुलाक़ात की, बाद में वो अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत किए बगै़र वापिस होगईं। पार्टी के रुकन असैंबली तारिक रामा राव ने अगरचे के इस तनाज़ा को दबाने की कोशिश की और कहा कि इस मुलाक़ात में कोई क़बाहत नहीं है, लेकिन तेलंगाना तहरीक की मौजूदा सूरत-ए-हाल में इस मुलाक़ात को टी आर इसके सीनीयर क़ाइदीन नामुनासिब क़रार दे रहे हैं। अगर चीका बी जे पी अलैहदा तेलंगाना के हक़ में है लेकिन तेलंगाना तहरीक में मुस्लमानों और दीगर सैकूलर अफ़राद को जोड़े रखने केलिए टी आर उसकी बी जे पी से दूरी में भलाई है। हालिया अर्सा में सहाफ़त के बाअज़ गोशों में ये पेश किया सय्यां की जा रही हैं कि आने वाले आम इंतिख़ाबात में टी आर ऐस , बी जे पी के साथ मिल कर मुक़ाबला करेगी। ऐसे में विजए शांति की अडवानी से मुलाक़ात ने पार्टी क़ाइदीन केलिए मसाइल पैदा करदिए हैं। बताया जाता है कि विजए शांति ने इस मुलाक़ात के दौरान तेलंगाना की ताईद पर अडवानी से इज़हार-ए-तशक्कुर किया। वाज़िह रहे कि विजए शांति बी जे पी छोड़कर टी आर ऐस में शामिल हुई हैं। गुज़श्ता दिनों चन्द्र शेखर राव और जय ए सी क़ाइदीन की नई दिल्ली रवानगी और कांग्रेस क़ाइदीन से मुलाक़ात की भी उन्हों ने मुख़ालिफ़त की थी। इन का कहना है कि कांग्रेस क़ाइदीन काबिल-ए-भरोसा नहीं हैं लिहाज़ा उन से मुज़ाकरात करना बेफ़ैज़ है। अब देखना ये है कि टी आर ऐस क़ियादत विजए शांति के इस यकतरफ़ा फ़ैसला पर किस तरह के रद्द-ए-अमल का इज़हार करेगी। हालिया अर्सा में विजए शांति प्रैस कान्फ़्रैंस पार्टी हेडक्वार्टर तेलंगाना भवन के बजाय अपनी क़ियामगाह पर तलब कररही हैं।