विजय कुमार सोनी 14 दिन के लिए अदालती तहवील में

शहादत बाबरी मस्जिद की बरसी के मौके पर 6 दिसमबर को बाद नमाज़े जुमा मक्का मस्जिद के क़रीब ख़ुद को मुसलमान ज़ाहिर करते हुए नौजवानों को तशद्दुद पर उकसाने वाले हिंदु नौजवान विजय कुमार सोनी को पुलिस ने दोनों फ़िरक़ों के दरमयान फ़िर्कावाराना मुनाफ़िरत फैलाने के इल्ज़ाम में बाज़ाबता गिरफ़्तार करके उसे 14 दिन के लिए अदालती तहवील में दे दिया।

मग़लपुरा पुलिस ने आज शाम उसे इंतेहाई सख़्त तरीन सेक्योरिटी के दरमयान नामपली क्रीमिनल कोर्ट में लाया और उसे आठवीं ऐडीशनल चीफ़ मेट्रो पोलीटन मजिस्ट्रेट के मीटिंग पर पेश करना चाहा लेकिन फ़ाज़िल जज ने विजय कुमार का रीमांड क़बूल करने से इनकार कर दिया क्यूंकि इस के ख़िलाफ़ दफ़ा 153(A) ( फ़िर्कावाराना मुनाफ़िरत फैलाने )के तहत मुक़द्दमा दर्ज था।

मग़लपुरा पुलिस ने विजय कुमार को रात देर गए 14 वीं ऐडीशनल चीफ़ मेट्रो पोलीटन मजिस्ट्रेट जो फ़िर्कावाराना तशद्दुद से मुताल्लिक़ मुक़द्दमात की समाअत करते हैं के घर पर पेश किया और उसे फ़ौरी 14 दिन की अदालती तहवील में भेज दिया गया।

विजय कुमार को मग़लपुरा पुलिस ने खु़फ़ीया तौर पर नामपली अदालत मुंतक़िल किया और दोनों शहरों के टास्क फ़ोर्स अमले को अदालत के अतराफ़ मुतय्यन कर दिया गया और एसा लग रहा था कि पुलिस किसी अहम शख़्सियत की हिफ़ाज़त कररही हो।

वाज़िह रहे कि जुमा के दिन दोनों शहरों में शहादत बाबरी मस्जिद की याद में मुख़्तलिफ़ तंज़ीमों ने बंद मनाने का एलान किया था और बाद नमाज़ जुमा मग़लपुरा फायर स्टेशन के क़रीब चंद ब्रहम नौजवानों में शामिल होते हुए विजय कुमार भी मुबय्यना तौर पर नारे बुलंद कररहा था और संगबारी भी की।

इतना ही नहीं ब्रहम मुस्लिम नौजवानों को गुमराह करने के लिए वो कला शर्ट और एक लॉकेट जिस पर अल्लाह लिखा हुआ था पहने हुए था और शहादत बाबरी मस्जिद के बंद में बतौर एहतेजाजी वो शामिल होगया।

लेकिन चंद मुक़ामी नौजवानों ने विजय कुमार की निशानदेही करते हुए उसे पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया था और इस के ख़िलाफ़ मग़लपुरा पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई गई थी।

वो जुमा के दिन नौजवानों के हाथों पकड़े जाने के बाद ख़ुद को कभी क़ुरेशी तो कोई और मुस्लिम नाम बताते हुए गुमराह करने की कोशिश कररहा था।

ब्रहम नौजवानों और मीडीया की तरफ से पुलिस का मुख़्बिर होने की निशानदेही की गई थी लेकिन पुलिस ने इस से लाताल्लुक़ी का इज़हार किया।

वाज़िह रहे कि 10 दिसमबर के रोज़नामा सियासत में एक एसी तस्वीर शाय की गई थी जिस में वो आला पुलिस ओहदेदारों को मख़सूस अंदाज़ में स्लयूट करता हुआ दिखाई दे रहा है।

इस के बावजूद भी पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर उसी रोज़ शाम को उसे घर जाने की इजाज़त दे दी थी। मीडीया में पुलिस के जांबदाराना रवैय्ये की बार बार सरज़निश किए जाने पर पुलिस विजय कुमार के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने पर मजबूर होगई और इस के ख़िलाफ़ क्राईम नंबर 172/2013 दफ़आत 153(A) और 427के तहत मुक़द्दमात दर्ज करके गिरफ़्तार किया।