नई दिल्ली: एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) को शराब के बड़े व्यापारी विजय माल्या के खिलाफ जारी अपने तीसरे समन के जवाब में अब तक पयाम प्राप्त नहीं हुआ है। उन्हें अधिक से 900 करोड़ रुपये के आई डी बी आई लोन धोखाधड़ी के मामले में अवैध रक़म लेनदेन की जांच के सिलसिले में कल हफ्ते को मुंबई में एलईडी से जुड़े जांच कारों के सामने हाज़िर होने के लिए कहा गया है। इस एजेंसी ने ताजा समन और इस संबंध का तीसरा भी पिछले सप्ताह माल्या को जारी करते हुए उनसे 9 अप्रैल को अपने सामने हाज़िर होने के लिए कहा गया था, जबकि वह इससे पहले 18 मार्च और 2 अप्रैल को कुछ सरकारी कारणों का हवाला देते हुए दो बार विस्तार की मांग कर चुके थे।
अधिकारियों ने कहा कि उन्हें कोई खबर नहीं कि क्या वह जांच में शामिल होने के लिए देश को आ रहे हैं या फिर से अनुपस्थित रहेंगे। उन्होंने यह भी नहीं कहा कि अगर युनाइटेड ब्रोरीज़ (यूबी) समूह अध्यक्ष कल की तारीख उपेक्षा कर देते हैं तो उनके पासपोर्ट रद्द करने का अगला कानूनी रणनीति किया जाए या वह उनके खिलाफ स्पष्ट कार्यवाई करते हुए अदालत से अविश्वसनीय गारंटी वारंट प्राप्त होगा।
एलईडी अधिकारियों ने पहले संकेत दिया था कि 9 अप्रैल सुमन संभावित माल्या लिए कतई हो सकते हैं क्योंकि कानून काउंटर अवैध रक़म लेनदेन (पीएमएल ए) के तहत इस तरह की कार्यवाई अधिकतम केवल तीन बार ही किया जा सकता है। इस मामले के जांच अधिकारी (आईओएस) ने उनकी हाज़िरी को स्थगित करने के लिए उनकी प्रार्थना को कलात्मक और कानूनी दोनों दृष्टि से अभी तक के लिए स्वीकार किया था। समझा जाता है कि माल्या ने दोनों बार वक़्त मांगते हुए आईओएस को सूचित किया था कि बैंक कर्ज़ से संबंधित मामलों मौजूदा रूप में सुप्रीम में हैं।