तेलंगाना राष़्ट्रा समीती ने मेदक की रुकन पार्लीमैंट विजय शांति को पार्टी से मुअत्तल कर दिया है। विजय शांति की मुबयना मुख़ालिफ़ पार्टी सरगर्मीयों और कांग्रेस में शमूलीयत से मुताल्लिक़ इत्तेलाआत के पेशे नज़र पार्टी सरबराह चन्द्रशेखर राव ने मुअत्तली का एलान किया। पार्टी ज़राए ने बताया कि चन्द्रशेखर राव ने कल रात देर गए पोलेट ब्यूरो का हंगामी मीटिंग तलब किया और विजय शांति की मुख़ालिफ़ पार्टी सरगर्मीयों का जायज़ा लिया गया।
मीटिंग ने मुत्तफ़िक़ा तौर पर उन्हें मुअत्तल करने का फ़ैसला किया और पार्टी से ख़ारिज किए जाने से पहले उन्हें वजह नुमाई नोटिस जारी करने का फ़ैसला किया गया जिस के तहत उन्हें मुअत्तली केसाथ वजह नुमाई नोटिस जारी की गई है।
वाज़िह रहे कि कांग्रेस पार्टी की तरफ से तेलंगाना के हक़ में फ़ैसला किए जाने के बाद विजय शांति की कांग्रेस में शमूलीयत की इत्तेलाआत मीडीया में आने लगीं। बताया जाता हैके विजय शांति ने जो नई दिल्ली में हैं कांग्रेस के कई सीनीयर क़ाइदीन से इस सिलसिले में बातचीत की और बहुत जल्द कांग्रेस में शमूलीयत के अपने इरादा से वाक़िफ़ किराया।
कांग्रेस के आला क़ाइदीन ने भी पार्टी में उनकी शमूलीयत को हरी झंडी दिखाई दी है। यहां इस बात का तज़किरा ज़रूरी हैके पिछ्ले चंद माह से विजय शांति पार्टी की सरगर्मीयों से दूर होचुकी थीं क्यूंकि पार्टी सरबराह चन्द्रशेखर राव से मुबयना तौर पर इख़तेलाफ़ात पैदा होचुके हैं।
विजय शांति जो कि हलक़ा लोक सभा मेदक की नुमाइंदगी करती हैं इस नशिस्त से 2014के चुनाव में चन्द्रशेखर राव के मुक़ाबला करने की इत्तेलाआत के सबब इख़तेलाफ़ात ने शिद्दत इख़तियार करली।
के सी आर महबूबनगर लोक सभा हलके के बजाय आइन्दा चुनाव में मेदक से मुक़ाबला करने के ख़ाहां हैं। विजय शांति ने भी खुल कर कहा था कि वो मेदक नशिस्त को हरगिज़ नहीं छोड़ेंगी।
लोक सभा नशिस्त के मसले पर जारी कशीदगी ने विजय शांति को कांग्रेस में शमूलीयत के लिए मजबूर कर दिया। टी आर एस ने उन्हें मश्वरह दिया था कि वो मेदक के बजाय सिकंदराबाद लोक सभा हलके से मुक़ाबला करें जबकि विजय शांति इस के लिए तैयार नहीं।
वाज़िह रहे कि 2009 के चुनाव में जब उन्हें महबूबनगर के उम्मीदवार की हैसियत से एलान किया गया तो उन्होंने स्तीफ़ा की धमकी दी थी क्यूंकि वो मेदक से मुक़ाबला की ख़ाहां थीं और चन्द्रशेखर राव ने उनके इस मुतालिबा को तस्लीम करलिया था।
विजय शांति जो तेलुगू फिल्मों की रामलमां के नाम से भी जानी जाती हैं, उन्होंने तेलंगाना तहरीक में अहम रोल अदा किया।
उन्होंने 1997 में बी जे पी में शमूलीयत के साथ अपने सयासी कैरीयर का आग़ाज़ किया। 2005 तक वो बी जे पी महेला विभाग की क़ौमी जनरल सेक्रेटरी थीं, उन्होंने तेलंगाना तहरीक में हिस्सा लेने के लिए 2005 में बी जे पी से स्तीफ़ा दे कर अपनी अलहदा पार्टी तली तेलंगाना क़ायम की थी। 2009 में उन्होंने अपनी पार्टी को टी आर एस में ज़म कर दिया जिस के बाद उन्हें पार्टी का जनरल सेक्रेटरी बनाया गया।