पार्टी वफ़ादारियों से बालातर होकर विदुर भा के लेजिस्लेचर्स ने मांग किया कि महाराष्ट्र एसेंबली इजलास की मुद्दत में चार हफ़्तों की तौसीअ की जाये और साथ ही इस ख़ित्ता के साथ इंसाफ़ किया जाये।
इस सिलसिला को ऐवान-ए-ज़ेरीं में बी जे पी के नाना पट्टूले ने उठाते हुए कहा कि फ़िलहाल ये सेशन सिर्फ़ दो हफ़्तों तक जारी रहेगा लेकिन दो हफ़्ते की मुद्दत मुतअद्दिद मसाइल पर बहस-ओ-मुबाहिसा और उनकी सुनवाई के लिए नाकाफ़ी हैं।अपोज़ीशन और टरीझ़री बेंचस के अरकान भी जल्द ही नाना पट्टूले के साथ शामिल होगए।
उनकी ताईद करने वालों में कांग्रेस के विजय वाड यतवार, रीवीन्दर जगताब, शिवसेना के आशीष जयसवाल, विजय राज शिंदे भी अपनी नशिस्तों से खड़े होगए जिस पर रियासती वज़ीर बराए पार्लियामानी उमूर हर्षवर्धन पाटिल ने एसेंबली सेशन को दो हफ़्ता तक चलने की मुद्दत का बचाव करते हुए कहा कि स्पीकर दिलीप पाटल की क़ियादत में इसका फ़ैसला बिज़नस एडवाइज़री कमेटी (BAC) में किया गया था।
अलबत्ता उन्होंने ये एतराफ़ भी किया कि बी ए सी के इजलास में अपोज़ीशन अरकान ने एहतिजाज करते हुए एसेंबली के सेशन को दो हफ़्तों की बजाय चार हफ़्तों तक चलाने का मांग किया था। उन्होंने मज़ीद कहा कि एसेंबली सेशन हालाँकि सिर्फ़ दो हफ़्तों तक जारी रहेगा लेकिन दोनों जानिब के अरकान का ये फ़र्ज़ है कि वो इस मुद्दत को ग़नीमत जानते हुए ज़्यादा से ज़्यादा मसाइल और मौज़ूआत को ऐवान में उठाएं और जो वक़्त उन्हें मिला इस का ज़्यादा से ज़्यादा फ़ायदा उठाएं।