विद्रोही मासूम येमेनी बच्चों को युद्ध का ईंधन बना रहे हैं: अल मुअल्लिमी

दुबई। संयुक्त राष्ट्र में सऊदी अरब के विशेष प्रतिनिधि अब्दुल्ला अल मुअल्लिमी ने कहा है कि येमेनी विद्रोही अपने गलत उद्देश्यों के लिए मासूम बच्चों को युद्ध के ईंधन के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।

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‘अल अरबिया’ की रिपोर्ट के अनुसार संयुक्त राष्ट्र के दफ़्तर में यमन में संवैधानिक सरकार की बहाली में सक्रिय अरब गठबंधन सेना के सैन्य प्रतिनिधिमंडल और वरिष्ठ राजनयिकों के साथ एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए अल मुअल्लिमी ने कहा कि सऊदी अरब और उसके सहयोगियों ने यमन में सीज़ फायर की सात बार कोशिशें कीं मगर ईरान नवाज विद्रोहियों ने हर बार संघर्ष विराम की कोशिशों को प्रभावित किया।

संवाददाता सम्मेलन में यमन में संवैधानिक सरकार की बहाली में सक्रिय सैन्य प्रतिनिधिमंडल ने भी भाग लिया। इस अवसर पर यमन में शांति के लिए जारी कोशिश, सैन्य और राजनीतिक मोर्चों पर होने वाली प्रगति, नागरिकों की रक्षा और बचाव गतिविधियों की भी समीक्षा की गई।

यमन में जारी ऑपरेशन में संयुक्त बलों के निदेशक योजना और प्रशासन मेजर जनरल मसफर अलगानम ने कहा कि सहयोगी देशों ने यमन के बारे में सभी कदम बहुत सोच समझकर और बारीकी से रणनीति के तहत उठाए हैं।

गठबंधन सेना बहुत सावधान शैली में विद्रोहियों के खिलाफ सैन्य अभियान कर रही हैं ताकि युद्ध के दौरान नागरिकों की न्यूनतम जानी व माली नुकसान हो। दूसरी ओर विद्रोही नियमित युद्ध के लिए कम उम्र के बच्चों का उपयोग करने के घृणित धंधे में लिप्त हैं।

जनरल अलगानम ने कहा कि बार बार संघर्षविराम की बहाली के बावजूद विद्रोहियों की ओर से शांति के प्रयासों को नष्ट किया गया। सऊदी अरब और सहयोगियों ने सात बार संघर्ष विराम और विद्रोहियों ने चार हजार पांच सौ बार उल्लंघन किया। संघर्ष विराम के लगातार उल्लंघन के परिणामस्वरूप यमन में मानवीय संकट अधिक तीव्रता से बढ़ता गया।