विधानसभा चुनाव में सांप्रदायिक ताकतों को हराने शाही इमाम की अपील

नई दिल्ली: शाही इमाम मस्जिद फतेहपुर दिल्ली मुफ्ती मोहम्मद मुकर्रम अहमद ने आज शुक्रवार की नमाज से पहले संबोधन में कहा कि इस्लाम धर्म में सकारात्मक सोच को सराहनीय माना गया है। उन्होंने कहा कि भारत में शांतिपूर्ण वातावरण को परवान चढ़ाना समय महत्वपूर्ण आवश्यकता है। शाही इमाम ने कहा कि पश्चिम बंगाल, असम और अन्य राज्यों में चुनाव हो रहे हैं और हमें विश्वास है कि इन चुनावों में राय दहिन्दे धर्मनिरपेक्ष उम्मीदवारों को ही वोट देंगे और यह जरूरी है कि साफ-सुथरे दिमाग उम्मीदवारों को एकजुट होकर सफल बनाया जाए और सांप्रदायिक ताकतों को करारी शिकस्त दी जाए।

उन्होंने कहा कि एक राजनीतिक पार्टी का कहना है कि भारत माता की जय नारा नहीं लगाना संविधान का अपमान है यह सरासर गलत है बल्कि इस नारे को सब पर थोपना और हिंसा के लिए संविधान के खिलाफ है ऐसे बदमाशों लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि 25 मार्च को बेगम पुर क्षेत्र में मदरसा के छात्रों को इसी नारे की जिद में गंभीर हमला किया गया था उसके खिलाफ बहुत जल्द रोक लगाने और कानूनी कार्य‌वाई की जरूरत है।

शाही इमाम मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने केंद्र सरकार से अपील की कि वह हर नागरिक की सुरक्षा और शांति और सुरक्षा के लिए अपने कर्तव्यों का पालन कर और मुस्लिम पर्सनल में कोई हस्तक्षेप न करे ऐसा कोई कदम मुसलमानों के लिए स्वीकार्य नहीं होगा। उन्होंने कहा कि पठानकोट हमले की जांच के लिए पाकिस्तानी टीम को अनुमति देने और आतंकवाद के अभिशाप को संयुक्त सहयोग के साथ हल करने की कोशिश की सराहना की जानी चाहिए क्योंकि दोनों देशों के सहयोग से उसका अंत हो सकता है। शाही इमाम मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने लाहौर में तीन चार दिन पहले गंभीर आतंकवादी हमलों को गैर इस्लामी और क्रूर प्रक्रिया करार दिया। शाही इमाम ने मृतकों के वारिस के साथ हमदर्दी किया।