देश की तीसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी ‘विप्रो’ ने सैकड़ो लोगो को वार्षिक मूल्यांकन के बाद नौकरी से निकाल दिया है।
सूत्रों के अनुसार, विप्रो ने अब तक 600 लोगो को नौकरी से निकला है परन्तु अटकले लगायी जा रही हैं की यह संख्या बढ़ कर 2000 हो सकती है ।
दिसम्बर 2016 के अंत तक कंपनी के पास 1.79 कर्मचारी थे ।
संपर्क किए जाने पर, विप्रो ने कहा कि वह उनके यहाँ “सशक्त प्रदर्शन मूल्यांकन प्रक्रिया” का अनुसरण नियमित रूप से किया जाता है ताकि अपने कार्यबल को व्यावसायिक उद्देश्यों, कंपनी की रणनीतिक प्राथमिकताओं और ग्राहक की आवश्यकताओं के अनुसार चलाया जा सके ।
कंपनी ने हलाकि नौकरी से निकले जाने वाले कर्मचारियों की संख्या पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी ।
यह घटनाक्रम ऐसे वक्त में आया है जब भारतीय आईटी कंपनियां अमेरिका, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे विभिन्न देशों में वर्कर वीजा पर प्रतिबंधों के प्रस्तावों के कारण अनिश्चित वातावरण का सामना कर रही हैं।