रुकन पार्लीमैंट जान ईश विरथ ने बर्मा में रोहनगया मुस्लमानों से ज़्यादती के मुआमले पर पार्लीमैंट में बेहस की बुनियाद रख दी। जान ईश विरथ एम पी ने कहा है कि मुक़ामी कम्यूनिटी के बहुत से अरकान ने बर्मा में ग़ैर इंसानी सुलूक के बारे में हालिया हफ़्तों में बराह-ए-रास्त मुझ से तशवीश का इज़हार किया जहां रोहनगया मुस्लमानों को क़तल और बेघर किया जा रहा है।
उन्हों ने बताया कि मैं दफ़्तार-ए-ख़ारजा के वुज़रा को बराह-ए-रास्त ब्रीफिंग दे चुका हूँ। इन का कहना था कि ये वाज़िह है कि बैन-उल-अक़वामी बिरादरी के लिए ज़रूरी है कि वो रोहनगया कम्यूनिटी को तहफ़्फ़ुज़ फ़राहम और इस तबाही के ज़िम्मादार अफ़राद के ख़िलाफ़ कार्रवाई के लिए मज़ीद दबाव बढ़ाए।
उन्हों ने बताया कि मैं लेस्टर में एक अवामी इजलास भी मुनाक़िद कर रहा हूँ जहां मुक़ामी सतह पर तशवीश का इज़हार करने वाले पार्लीमैंट में बेहस से क़बल मुझ से बराह-ए-रास्त बात कर सकेंगे। मैंने मुख़्तलिफ़ अक़ाइद की तंज़ीमों के नुमाइंदों को भी मदऊ किया है ताकि इस मुआमला पर आगही में इज़ाफ़ा और मुतास्सिरा अफ़राद की इंसानी बुनियाद पर मदद केलिए चैरिटी फ़ंड रेज़िंग पर ग़ौर की हौसलाअफ़्ज़ाई की जा सके।
उन्हों ने बमसरत कहा कि लेस्टर में अवामी इजलास में मुतअद्दिद मुक़र्ररीन बिशमोल मुक़ामी मस्जिद, सैंट फिलिप चर्च के नुमाइंदे और एक मुक़ामी बर्मी नुमाइंदा भी ख़िताब करेगा