लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने आज राजग सरकार में मानव अधिकार कार्यकर्ता तीस्तासयतलवाद आयोजित एनजीओ सभी रंग ट्रस्ट का लाइसेंस रद्द करने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि केंद्र इन सभी सामाजिक संगठनों और गैर सरकारी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है जो की गलत नीतियों का विरोध करती हैं। इसलिए तीस्तासयतलवाद की एनजीओ सभी रंग का लाइसेंस भी रद्द किया गया है।
ऐसा मालूम होता है कि यह कार्रवाई पूर्वाग्रह पर आधारित है और इसके खिलाफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी विरोध किया जाएगा। उन्होंने पार्टी के पदअधिकारियों को संबोधित करते हुए जिसमें समन्वयक ‘विधायकों और 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव के उम्मीदवार भी शामिल थे। बसपा कार्यालय में संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि जिस अंदाज में केंद्रीय गृह मंत्रालय की आभरकयादत लापता फ़ाइल्स की जांच की जा रही हैं जिनका संबंध इशरत जहां को यातना के गवाहों के एनकाउंटर में हत्या से था। इससे साफ जाहिर होता है कि भाजपा सरकार किस दिशा में काम कर रही है। मायावती ने हैदराबाद विश्वविद्यालय के दलित रोहित वीमोलह की आत्महत्या के बारे में भी कहा कि मानव अधिकार मंत्रालय कारण रोहित वीमोलह आत्महत्या करने पर मजबूर हो गया।
उन्होंने आरोप झयदिया कि ब्राकतदार समाजवादी पार्टी और भाजपा में अपरोक्ष गठबंधन हो चुका है और वह हिंदू मुस्लिम दंगों की साजिश कर रहे हैं .असेम्बली चुनाव से पहले ऐसे दंगे करवाकर वह राजनीतिक लाभ हासिल करना चाहते हैं। भाजपा ने हिंदुओं के कैराना से नकल स्थान की समस्या ाठायाहे लेकिन समाजवादी पार्टी ने समय पर जवाब नहीं दिया ‘इससे पता चलता है कि दोनों इस साजिश में भागीदार हैं।
बैठक में बसपा सुप्रीमो ने पार्टी अगले साल विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियों का भी जायजा लिया। समाजवादी पार्टी के हाथों हार से पहले बसपा के ही यूपी में सरकार थी।