विरोध का नया तरीका: सड़कों पर दिया जला कर निगम को रौशनी दिखाने की कोशिश

फिल्म मुन्ना भाई एमबीबीएस के बाद जनता के विरोध का तरीका बदल गया है। लोग विरोध प्रदर्शन के दौरान पत्थर बरसाने की जगह फूल पेश करने में लग गए हैं। वैसे भी दक्षिण भारत में सार्वजनिक विरोध का नया तरीका है। कुछ ऐसा ही नया नया नज़ारा तब देखने को मिला जब मालेगांव शहर के खस्ताहाल सड़कों को लेकर एक सामाजिक संगठन ने सड़क पर जहां जहां गड्ढे हैं, वहाँ वहाँ दीपक जला कर उनसे संबंधित निगम को दिखाने की अनोखा आंदोलन शुरू किया।

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शहर मालेगांव की अधिकांश सड़कें खस्ताहाल हो चुकी हैं। इन सड़कों की मरम्मत के लिए पिछले तीन साल में 4 करोड़ की अधिक की राशि खर्च हो चुकी है।ईद मीलादउन नबी से पहले जुलूस के गुजरने वाले रास्तों पर 1 लाख दस हजार का फंड कुछ स्थानों पर केवल खड़ी डाल कर समाप्त कर दिया गया।
इसी मामले को लेकर भ्रष्टाचार मुक्ति संगठन ने शहर के मौलाना अब्दुल कलाम आजाद रोड पर दीपक जला कर आन्दोलन चलाया।

खस्ताहाल सड़कों के गडढ़ों में मिट्टी के दिये जलाकर निगम को रौशनी दिखाने का काम भ्रष्टाचार मुक्ति संगठन के लोगों ने किया।इसी संगठन की ओर से पिछले सप्ताह मार्गों की मरम्मत को लेकर लोगों से भीक भी मांगी गई थी।इसके बावजूद भी निगम नींद से नहीं जागी, इस लिए यह अनोखा आंदोलन चलाया गया।