रूस के सदर विलादीमीर पूतीन ने मास्को में अपने फ्रांसिसी हम मंसब से बातचीत के बाद उम्मीद ज़ाहिर की है कि यूक्रेन में मुस्तक़िल जंग बंदी पर जल्द इत्तिफ़ाक़ हो जाएगा।
फ़्रांस के सदर फ्रन्सवा ओलान्द पहले मग़रिबी रहनुमा हैं जिन्हों ने यूक्रेन में इस साल के अवाइल में कशीदगी शुरू ने के बाद रूस का दौरा किया। यूक्रेन में कशीदगी में शामिल फ़रीकैन के दरमयान सितंबर में जंग बंदी का मुआहिदा हुआ था लेकिन उस की मुसलसल ख़िलाफ़वर्ज़ी की जा रही है।
रूस मग़रिबी ममालिक की जानिब से उन पर लगाई गई पाबंदीयां की वजह से इश्तिआल में है। रूस पर ये पाबंदीयां मशरिक़ी यूक्रेन में रूस नवाज़ बाग़ीयों की हिमायत करने पर लगाई गई थीं।
ओलान्द ने क़ाज़िक़िस्तान के दौरे से वापिस आते हुए मास्को के वनीवकोफ़ एयरपोर्ट के सिफ़ारती टर्मीनल में सदर विलादीमीर पूतीन से मुलाक़ात की। ये मुलाक़ात सदर फ़्रांस के प्रोग्राम में शामिल नहीं थी।
विलादीमीर पूतीन ने कहा कि उन के दरमयान यूक्रेन में तशद्दुद ख़त्म करने के लिए तफ़सीली बातचीत हुई है। उन्हों ने कहा कि ये एक अलमनाक सूरते हाल है। हम देख सकते हैं कि अब भी लोगों को हलाक किया जा रहा है।
उन्हों ने मज़ीद कहा कि लेकिन मुझे उम्मीद है कि हतमी जंग बंदी के लिए जल्द ही कोई फ़ैसला कर लिया जाएगा। अक़्वामे मुत्तहदा के मुताबिक़ यूक्रेन में अप्रैल में शुरू होने वाली कशीदगी के दौरान अब तक 4300 अफ़राद हलाक और लाखों बेघर हो गए हैं।