18वीं सदी के मैसूर के महान शासक टीपू सुल्तान पर विवादित टिप्पड़ी पर उनके वंशज के साहबज़ादे मंसूर अली ने केन्द्रीय मंत्री से माफ़ी मांगने को कहा है| केन्द्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने टीपू सुल्तान को हत्यारा बलात्कारी कहा था| जिसके बाद हलचल मच गयी| इस विवादित बयान पर मंसूर अली ने कहा की वह इस पर माफ़ी मांगे| उन्होंने कहा कि वह कल कर्नाटक के गृह मंत्री से मुलाकात करेंगे और पुलिस में शिकायत दर्ज़ कराएँगे| अली ने अपने बयान में कहा कि टीपू सुल्तान ने अंग्रेजों के ख़िलाफ़ लड़ाई की थी और अब उस पर ऐसी टिप्पड़ी की जा रही हैं इसलिए मैं के वंशज की ओर से हेगड़े के इस बयान पर पुलिस में शिकायत दर्ज़ करा रहा हूँ|
साथ ही मंसूर अली ने कहा कि हेगड़े को अपने पद की गरिमा का ख्याल रखा चाहिए था एक केन्द्रीय मंत्री के नाते एक महान शासक पर ऐसी टिप्पड़ी करना शोभा नहीं देता| इसलिए उन्हें इसके लिए सामूहिक तौर पर माफ़ी मांगनी चाहिए| और उनके ख़िलाफ़ आवश्यक कार्यवाई की मांग की है| महान शासक टीपू सुल्तान की 7वीं पीढ़ी के वंशज हैं उनके साथ इस कार्यवाई में कोलकाता के बख्तियार अली भी शामिल हैं जिन्होंने कार्यवाई की मांग की है| इससे पहले हेगड़े ने कर्नाटक सरकार से टीपू सुल्तान जयंती के समारोह कार्यक्रम में अपना नाम शामिल न करने को कहा था| उन्होंने ट्वीट के ज़रिये कहा कि मुझे एक क्रूर हत्यारा, नीच कट्टरपंथी और सामूहिक बलात्कार करने वाले व्यक्ति की महिमा की शर्मनाक घटना में आमंत्रित न करें” जिसके बाद से टीपू सुल्तान के वंशज में इस पर नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए कहा कि यह एक शर्मनाक बयान ये सिर्फ किसी व्यक्ति नहीं बल्कि देश के लिए अपमान की बात है|
भाजपा नेता ने मुख्य सचिव और उत्तरा कन्नड़ डिप्टी कमिश्नर को भी लिखा था कि उन्हें टीपू सुल्तान की जयंती के लिए कार्यक्रम निमंत्रण में अपना नाम शामिल न करने के लिए राज्य सरकार को निर्देश देने के लिए कहा। 2016 में, हेगड़े ने टिपू जयंती मनाने के लिए राज्य सरकार को फटकार कर दिया था, जिसमें दावा किया गया था कि शासक “कन्नड़ भाषा और हिंदुओं के खिलाफ” था।सिद्धारमैया की अगुवाई वाली सरकार ने पिछले दो सालों में टीपू जयंती को धूमधाम के साथ बड़े पैमाने पर मनाया है| हालाँकि इसके लिए प्रदर्शन और हिंसा का भी सामना करना पड़ा है|
शरीफ़ उल्लाह