विवेक तिवारी मर्डर: नया FIR दर्ज, पुलिस वाले को किया गया नामजद!

लखनऊ में हुए विवेक तिवारी हत्‍याकांड में विवेक के परिवारवालों ने नई एफआईआर दर्ज कराई है। विवेक तिवारी के परिवार ने अब जो नई एफआईआर दर्ज कराई है उसमें आरोपी पुलिसवालों को नामजद कराया गया है। इससे पहले परिवारवालों ने मामले में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। बता दें कि रविवार को विवेक तिवारी का लखनऊ के बैकुंठ धाम में अंतिम संस्‍कार किया गया था।

रविवार को लखनऊ के गोमतीनगर थाने में परिवार की ओर से दर्ज कराई गई नई एफआईआर में विवेक तिवारी को पास से गोली मारने की बात कही गई है। इससे पहले वाली एफआईआर में गोली चलने की आवाज सुनाई देने की बात कही गई थी।

पहली एफआईआर विवेक तिवारी के ऑफिस की दोस्‍त और प्रत्‍यक्षदर्शी सना ने लिखवाई थी। इस बार यह दूसरी एफआईआर विवेक की पत्‍नी कल्‍पना ने लिखवाई है।

नई एफआईआर में लिखा है कि आरोपी सिपाही प्रशांत ने विवेक तिवारी को मारने के उद्देश्य से कार के शीशे से पिस्‍टल सटाकर फायर किया। नई एफआईआर में लिखा है कि सना को ना ही किसी का फोन उठाने दिया जा रहा था और ना ही किसी को कॉल करने दिया जा रहा था और पुलिस ने सादे कागज में साइन भी करवाया था। एफआईआर में जिक्र किया गया है कि एक सिपाही डंडा लिए हुआ था।

बता दें कि लखनऊ के गोमतीनगर विस्‍तार में पुलिस कांस्‍टेबल की फायरिंग में मारे गए विवेक तिवारी का अंतिम संस्‍कार रविवार को कर दिया गया।

उनकी अंतिम यात्रा उनके घर गंगा अपार्टमेंट से निकाली गई और बैकुंठ धाम में उनका अंतिम संस्‍कार सुबह करीब आठ बजे किया गया। इस दौरान यूपी सरकार के मंत्री बृजेश पाठक और आशुतोष टंडन ने बैकंठ धाम पहुंचकर विवेक के परिजनों से मुलाकात की।

बता दें कि शनिवार को लखनऊ के जिलाधिकारी ने कहा था कि विवेक तिवारी के परिजनों की सभी मांगें मान ली गई हैं। सरकार ने विवेक तिवारी के परिवार को मुआवजे के तौर पर 25 लाख रुपये देने की घोषणा की है।

इसके अलावा उनकी पत्नी कल्‍पना तिवारी को सरकारी नौकरी देने का आश्‍वासन दिया है। उन्‍होंने कहा कि अगले 30 दिनों के भीतर मामले की तह तक जांच कर ली जाएगी। परिजन अगर चाहते हैं कि मामले की CBI जांच हो तो सरकार उसके लिए भी तैयार है।