विवेक तिवारी मर्डर: यूपी पुलिस पर उठे सवाल, गिरफ्तार पुलिसवाले ने कैसे की प्रेस कॉन्फ्रेंस

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पॉश इलाके गोमती नगर एक्सटेंशन में यूपी पुलिस के कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने एप्पल के सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की गोलीमार कर हत्या कर दी। हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलिसकर्मी प्रशांत चौधरी ने प्रेस कॉफ्रेंस कर अपना मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। इस पूरे घटना क्रम में सबसे अहम बात यह है कि, सुबह खबर आई थी कि प्रशांत को भी इस हादसे में चोटें आईं थी। आरोपी शनिवार सुबह स्टेचर पर लेटे-लेट बयान देते दिखा था। इसी दौरान लखनऊ पुलिस ने बताया था कि, आरोपी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

शाम होते-होते आरोपी मीडिया के सामने आकर प्रेंस कॉन्फ्रेंस करता दिखा इसके बाद शाम होते-होते आरोपी मीडिया के सामने आकर प्रेंस कॉन्फ्रेंस करता दिखा। यूपी पुलिस के उस बयान पर सवाल खड़े हो गए जिसनें उन्होंने कहा था कि उन्होंने अपराधी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है। कैसे एक गिरफ्तार आरोपी मीडिया के सामने आकर बयान दे रहा है। इस पूरे घटनाक्रम में गोमती नगर पुलिस उसका सहयोग करती दिखी। थाने में आरोपी सिपाही और उसकी पत्नी ने मीडिया के सामने आकर बात की और राज्य सरकार पर उनकी एफआईआर ना लिखे जाने का आरोप लगाया।

प्रशांत चौधरी थाने में आराम से घूमता दिखा लगातार गोमती नगर पुलिस स्टेशन की सामने आ रही फोटो और वीडियो में प्रशांत चौधरी थाने में आराम से घूमता दिख रहा है। आरोपी पुलिस लॉकअप की बजाय अन्य पुलिसकर्मियों की तरह थाने में आराम से टहलता दिख रहा है। सुबह आरोपी प्रशांत ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि, आरोपी प्रशांत चौधरी ने कहा कि रात करीब 2 बजे उन्होंने देखा कि एक संदिग्ध कार की लाइट ऑफ है। जब उन्होंने पूछताछ करनी चाही तो कार के ड्राईवर ने उनके ऊपर तीन बार गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया। जिसके बाद उन्होंने खुद के बचाव में गोली चलाई। उसके बाद वह मौके से भाग गया।

आरोपी सिपाही ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप वहीं शनिवार शाम में आरोपी पुलिसकर्मी प्रशांत चौधरी ने प्रेस कॉफ्रेंस कर अपना मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। मीडिया से बात करते हुए प्रशांत ने कहा कि उच्च अधिकारी दबाव के चलते उसका मुकदमा दर्ज नहीं कर रहे, जबकि उसने सुबह ही तहरीर दी थी। प्रशांत ने कहा कि वह सिर्फ विवेक को पिस्टल से धमकाना चाहता था, लेकिन गाड़ी का धक्का लगने से वह गिर गया और गोली चल गई। उसे अपने बचाव का पूरा मौका मिलना चाहिए। आरोपी पुलिसकर्मी के साथ उसकी पत्नी भी मौजूद थी, जो कि स्वयं महिला कांस्टेबल है।