अनुशासनहीनता के आरोप में निलम्बित किए गए एटा के सिपाही सर्वेश चौधरी ने इस्तीफा दे दिया। उसने एसएसपी को इस्तीफा सौंपने के बाद कहा कि निलम्बन मीठा जहर है। इसके कुछ देर बाद ही परिवारीजन उसके पास पहुंचे और उसे अपने साथ घर लेकर चले गये।
विवेक तिवारी हत्याकांड में आरोपित किए गए दो सिपाहियों को बर्खास्त कर जेल भेजे जाने की घटना पर आक्रोश जताते हुए फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले सिपाही सर्वेश चौधरी को निलंबित कर दिया गया था। इस संबंध में सोशल मीडिया पर की जा रही टिप्पणियों को देखते हुए अज्ञात पुलिसकर्मियों के विरुद्ध पुलिस एक्ट 1922 के तहत हजरतगंज थाने में मुकदमा कराया गया।
डीआईजी कानून-व्यवस्था प्रवीण कुमार ने बताया कि फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट डालने वाला सिपाही सर्वेश चौधरी वर्ष 2011 में पुलिस में भर्ती हुआ था। वह खिलाड़ी कोटे से भर्ती हुआ था। इस समय वह 25वीं बटालियन पीएसी में खेल के संबंधित किसी कैम्प में है। सर्वेश को अनुशासनहीनता के आरोप में निलंबित कर के विभागीय जांच शुरू करा दी गई।