मोस्को । इंडियन ग्रांड मास्टर विश्वानाथ आनंद ने अपने कट्टर हरीफ़ इसराईल के बोरिस गलफ़ाइन्ड को शिकस्त देते हुए शतरंज मुक़ाबले में पांचवें मर्तबा वर्ल्ड चैमपीयन शिप जीत ली है।
आज हुए इस मुक़ाबले में दोनों खिलाड़ियों के दरमयान पहली बार मुक़ाबले हुए थे, जिन में दोनों ने एक एक मैच जीता था जबकि इस में हार जीत का फ़ैसला नहीं होसका था। ये मुक़ाबला रूस कि राजधानी मास्को में हुआ। इस कामयाबी के बाद विश्वानाथ आनंद को 15 लाख डालर हासिल होंगे, जबकि गलफ़ाइनड के हिस्से में 10 लाख डालर आयेंगे।
विश्वानाथ आनंद का शुमार दुनिया के महान खिलाड़ियों में किया जाता है। उन्हों ने पहला आलमी ख़िताब 1991 में जीता था। 12 क्लासीकल गेम्ज़ में 6-6 की हद तय होने के बाद आख़िर में आनंद के हक़ में 2.5-1.5 पर खेल ख़त्म हुआ, जिस के बाद वो पांचवें मर्तबा आलमी शतरंज चैमपीयन बन गए।
अपनी कामयाबी पर आनंद ने कहा कि इन का ये खेल तनाव भरा लेकिन खुश करने वाला रहा। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, सदर कांग्रेस सोनीया गांधी ने विश्वानाथ आनंद को मुबारकबाद दी। इस कामयाबी का ताज विश्वानाथ आनंद के सर पर साल 2014 तक बाकि रहेगा जब अगला आलमी चैमपीयन शिप मुनाक़िद होगा।