विष्णुगढ़ के गाल्होबार टंडवा के रहने वाले अब्दुल कयूम का बेटा मो अफसर सऊदी अरब के दरिया रियाद में 13 मार्च को कत्ल कर दी गयी। अहले खाना ने कंपनी मालिक पर कत्ल करने का इल्ज़ाम लगाया है। मो अफसर की लाश गुजिशता दिनों से सुमैसी हॉस्पिटल में रखा हुआ है।
अहले खाना ने सऊदी अरब में हिन्दुस्तानी सिफ़ारतखाने के साथ हिंदुस्तान के वजीरे खारजा सुषमा स्वराज, फाइनेंस रियासत वज़ीर जयंत सिन्हा से इंसाफ की गुहार लगायी है। अफसर की बीवी नोसाबा बानो ने भी सऊदी अरब हुकूमत से इंसाफ मांगा है। मो अफसर वहां मांउनटेन एलिटी एजाज कंस्ट्रक्श्न कंपनी में बुलडोजर ऑपरेटर था।
कत्ल कर लाश फेंकने का इल्ज़ाम
मो अफसर के बड़े भाई अब्दुल गफ्फार ने बताया मेरा भाई मार्च 2013 में सऊदी अरब गया था। वहां मांउनटेन एलिटी एजाज कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक संदह अल ओताबी के साथ हुए एकरारनामा के मुताबिक बुलडोजर ऑपरेटर का काम कर रहा था। हर महीने 1500 सउदी रियाल (25, 500 रुपये) मिलता था। दो साल में वतन वापसी के वक़्त कंपनी की तरफ से आने-जाने का खर्च व दो माह की छुट्टी की निजाम थी। लेकिन गुजिशता पांच माह से कंपनी मालिक पैसा देने में आनाकानी कर रहा था। 13 मार्च को कंपनी के मालिक ने एयरपोर्ट छोड़ने के बहाने उसकी कत्ल कर लाश को फेंक दिया।
कंपनी मालिक पर शक
मो अफसर का एक और भाई इफ्तिखार सऊदी अरब में फहवा वाटर सप्ली कंपनी में काम कर रहा है। उसने 14 मार्च को भाई को मोबाइल से राब्ता किया। मोबाइल कंस्ट्रक्श्न कंपनी के मालिक संदह अल ओताबी ने उठाया। वह दो दिनों तक टालमटोल करता रही। 16 मार्च को फोन करने पर मालिक ने झल्लाकर कहा कि मो अफसर की मौत हो गयी है। उसने खुदखुसी कर ली है। उसका लाश सुमैसी हॉस्पिटल में रखा हुआ है।
लाश पर चोट के निशान
मो इफ्तिखार ने सऊदी अरब से घरवालों को बताया कि मो अफसर के कान के नीचे चोट लगी है। नाक व कान पर खून जमा है। पांव में भी जख्म हैं। गर्दन व छाती पर चोट के निशान हैं।
‘‘दुबई जा रहा हूं। सऊदी अरब हुकूमत से इस मुतल्लिक़ में बात करूंगा। यह मामला मेरे पार्लियामानी हल्के का है। मामले को लेकर मरकज़ी वजीरे खारजा सुषमा स्वराज से भी मशवरा करूंगा।
जयंत सिन्हा, मरकज़ी रियासती फायनेंस वज़ीर