विष्णुगढ़ ब्लॉक के गोलगो गांव में पुराना खजाना दबे होने के मिले इशारे

हजारीबाग जिले में भेलवारा पंचायत वाकेय गोलगो गांव में पुराना खजाना दबे होने के इशारे मिले हैं। गाँव वालों का कहना है कि गांव के एक टीले में खजाने का जखीरा छिपा हो सकता है। महकमा आसार कदीमा को यहां खुदायी करानी चाहिए। लोगों को पहले भी यहां जब-तब चांदी, तांबे वगैरह के नादिर सिक्के मिलते रहे हैं। लेकिन, हाल के दिनों में इसमें तेजी आई है। टीले से मेटल के कई सिक्के समेत और दीगर आसार क़दीमी की अहमियत के सामान गाँव वालों को मिले हैं। इन सिक्कों का तामीर 1820 से 1840 के दरमियान बताया जाता है। बड़ी मिक़दार में सिक्कों के मिलने से टीला लोगों के लिए तवज्जो का मरकज़ बना हुआ है।

मुक़ामी लोगों के मुताबिक, टीले से मेटल के सिक्के मिलने का सिलसिला सालों से जारी है, पर गाँव वाले इन सिक्कों को घर लाना तो दूर, हाथ लगाने से भी डरते हैं। उनका मानना है कि सिक्के समेत दीगर मेटल की चीजें मिलने के पीछे किसी ताक़त का हाथ है। गांव के बुजुर्गों ने बताया कि बहुत पहले गांव का एक आदमी टीले पर मिले चांदी के सिक्के खुशी-खुशी घर ले गया था। इसके बाद उसे डरावने ख्वाब आने लगे और कुछ ही दिनों में उसकी बिना वजह मौत हो गई। तब से लोग सिक्कों को अपने घर नहीं ले जाते। हालांकि, दूसरे गांवों के लोगों में यह डर उतना नहीं है। गोलगो के लोगों ने बताया कि दूसरे गांव से पहुंचकर कई लोग इस टीले की खाक छानते रहते हैं।

इधर, बड़ी मिक़दार में सिक्कों के मिलने पर गाँव वाले ने उसे जमा कर पहाड़ी पर एक बड़ी मंदिर की तामीर करने का मन बनाया है। जानकारों के मुताबिक, आसार क़दीमी महकमा की तरफ से इस मुकाम की खुदाई करने से किसी पुराने खजाने के दबे होने का राज़ खुल सकता है।