वीआइपी कैदियों के लिए आरामगाह है रिम्स!

रिम्स का कॉटेज वीआइपी कैदियों के लिए आरामगाह बन गयी है। आम बीमारी में भी ये कैदी महीनों से रिम्स में भरती हैं। कॉटेज के ज़्यादातर कमरों में रियासत के वीआइपी कैदी डेरा डाले हुए है।

कॉटेज के 14 कमरे छह वीआइपी कैदियों के नाम से मुखतीस हैं। वहीं तीन कमरें ही आम मरीजों के लिए दस्तयाब हैं। इससे आम मरीजों को मांगने से भी कॉटेज का कमरा दस्तयाब नहीं होता है। आम लोगों को यह कह कर लौटा दिया जाता है कि कमरा खाली नहीं है।

पांच में चल रहा है रिपेयरिंग का काम : रिम्स कॉटेज के पांच कमरे में मरम्मत का काम चल रहा है। कॉटेज नंबर एक, चार, पांच, सात एवं कॉटेज 12 में काम चल रहा है। मरम्मत का काम बहुत दिन से चल रहा है, लेकिन इमारत की मरम्मत अभी नहीं पूरा हुआ है। (साबिक़ मेयर रमा खलखो दो दिनों से ही रिम्स में भरती हैं।)